रांची: सीएम हेमंत सोरेन झारखंड मंत्रालय सभागार में वरीय पुलिस पदाधिकारियों की उपस्थिति में सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों,वरीय पुलिस अधीक्षकों,डीआईजी,आईजी स्तर के अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की. बैठक में राज्य की कानून- व्यवस्था के साथ-साथ उग्रवाद एवं अपराध नियंत्रण समेत विधि व्यवस्था संधारण से जुड़े अन्य मामलों की जानकारी ली. बैठक में सीएम के साथ मुख्य सचिव सुखदेव सिंह,डीजीपी नीरज सिन्हा, सीएम के प्रधान सचिव राजीव अरूण एक्का और सीएम के सचिव विनय कुमार चौबे के साथ-साथ एडीजी संजय आनंद लाठकर व अन्य पुलिस अधिकारी मौजूद रहे. बैठक के दौरान मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि राज्य में कानून एवं व्यवस्था बनाए रखना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है .विशेषकर उग्रवाद एवं अपराधिक घटनाओं पर हर हाल में लगाम कसा जाना चाहिए ताकि भयमुक्त वातावरण बनाए रखा जा सके. मुख्यमंत्री ने कहा कि बूढ़ा पहाड़, पारसनाथ और सारंडा समेत नक्सल प्रभावित इलाकों में पुलिस की उपस्थिति में शिविर लगाकर ग्रामीणों को सरकार की योजनाओं का लाभ दें .(नीचे भी पढ़े)
इसके साथ यहां बिजली, पानी, सड़क जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए. इससे पुलिस के प्रति लोगों की विश्वसनीयता बढ़ेगी और उग्रवादी घटनाओं को आम जनता के सहयोग से नियंत्रित करने में मदद मिलेगी. पुलिस अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि सुरक्षाबलों के द्वारा नक्सल प्रभावित इलाकों में सिविक एक्शन प्लान चलाकर लोगों को जरूरत के सामान लगातार उपलब्ध कराए जा रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि उग्रवाद प्रभावित इलाकों में ग्रामीणों विशेषकर युवाओं को रोजगार से जोड़ने पर उग्रवादी घटनाओं पर काफी हद तक अंकुश लग सकता हैं . उन्होंने पुलिस अधिकारियों ने कहा कि वे ग्रामीण इलाकों में तैनात सुरक्षाबलों की जरूरत के सामानों को ग्रामीणों से लें. इससे ग्रामीणों को रोजगार मिलने के साथ साथ उनकी आय में भी वृद्धि हो सकेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके लिए यथासमय जो भी जरूरत की चीज होगी, सरकार मुहैय्या कराएगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि नक्सल प्रभावित इलाकों में सड़क और पुल- पुलिया बनाने की अगर जरूरत है तो उसकी पूरी मैपिंग कराएं और सरकार को इसकी रिपोर्ट दें .(नीचे भी पढ़े)
इसके बाद यहां पुल पुलिया और सड़क बनाने की पहल की जाएगी, ताकि नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाने में सुरक्षा बलों को दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़े. मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ ही दिनों में फेस्टिव सीजन की शुरुआत हो रही है . इस बार दुर्गा पूजा बड़े पैमाने पर हो रहा है, जिसमें भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है शांति और सद्भाव बना रहे, इसके लिए पुलिस सभी जरूरी और ठोस कदम उठाए. मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि राज्य के सभी जेलों में एक माह के अंदर जैमर लगाने की प्रक्रिया पूरी कर ली जाए. राज्य में आपराधिक गिरोहों के खिलाफ एटीएस को लगातार सफलता मिल गई है