जमशेदपुर : कोरोना वायरस से बचने के लिए पूरी दुनिया से तरह-तरह की बातें सामने आ रही हैं। इसी बीच योग गुरु विशाल तिवारी ने कोरोना वायरस से बचे रहने के लिए योग करने की सलाह दी है। कोरोना वायरस धीरे-धीरे अपने पैर पसार रहा है, लेकिन इससे बचने के लिए आपके पास कई सारे विकल्प हैं। कोरोना वायरस से बचने के लिए भारत के लोगों को लगातार एडवाइजरी जारी की जा रही है, जिसे अपनाना बहुत जरुरी है। हाल ही में योग गुरु विशाल तिवारी के द्वारा यह बताया गया है कि योग के जरिए कोरोना वायरस से बचा जा सकता है। लेकिन कैसे? ये सवाल हर किसी के मन में है। विशाल तिवारी ने ऐसे खास तीन प्राणायाम बताए हैं, जिसे करके कोरोना वायरस की चपेट में आने से बचा जा सकता है। नीचे जानें कि कौन से तीन प्राणायाम करने से कोरोना वायरस से बचा जा सकता है। (नीचे भी पढ़ें)
अनुलोम विलोम : अनुलोम विलोम से आपको सामान्य रूप से होने वाली सर्दी खांसी और जुकाम तक नहीं होती है। दरअसल अनुलोम विलोम प्रणायाम को करने से श्वसन क्रिया बेहतर हो जाती है। इसके अलावा डॉक्टरी रिसर्च के मुताबिक यह भी बताया जा चुका है कि इससे आपके शरीर की इम्युनिटी काफी मजबूत होती है।
कैसे करें : एक शांत वातावरण में योग मैट या किसी भी आसन पर बैठ जाएं। अब अपने बाएं हाथ के अंगूठे से, बायीं नाक के छिद्र को बंद करके, दायीं नाक के छिद्र से सांस लें। अब दायीं नाक के छिद्र को अपनी एक उंगली से बंद करें और बायीं नाक के छिद्र को खोलकर, इसके जरिए सांस छोड़ें। दूसरी ओर से भी इस प्रक्रिया को दोहराएं। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचे रहने के लिए इस प्राणायाम को रोज सुबह करीब पांच मिनट तक करें। (नीचे भी पढ़ें)
कपालभाति : कपालभाति एक प्रचलित प्राणायाम है। इस प्राणायाम को करने की प्रक्रिया में सांस लेते हैं और छोड़ते हैं। रोजाना करीब पांच मिनट तक इस प्रणायाम को करने से आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होगी और आप किसी भी प्रकार के संक्रमण से बचे रहेंगे।
कैसे करें : सबसे पहले एक योग मैट बिछा लें। अब इस पर बैठ जाएं। सांस लीजिए और पेट पर जोर देते हुए तेजी से सांस को छोड़ें। प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करने के लिए इस प्राणायाम को आप रोज सुबह और शाम को पांच मिनट तक करें। (नीचे भी पढ़ें)
भस्त्रिका प्राणायाम : भस्त्रिका प्राणायाम यह ऐसा प्राणायाम है जिसे करने से स्टैमिना एवं इम्यूनिटी दोनों पूर्ण रूप से बढ़ता है। यह प्राणायाम करने से सर्कुलेशन सिस्टम, रेस्पिरेट्री सिस्टम मजबूत होता है। हृदय के लिए यह प्राणायाम बहुत प्रभावशाली है।
कैसे करें : दोनों नॉस्ट्रिल्स से पूरी तेजी के साथ सांस अंदर लें। ऐसा महसूस हो जैसे फेफड़ों में सांस पूरा भर गया है। इसके फौरन बाद पूरी ताकत के साथ सांस को बाहर निकाल दें। भस्त्रिका प्राणायाम में सांस लेते हुए और निकालते हुए पूरी ताकत लगाना जरूरी है।