नयी दिल्लीः 1983 विश्व कप विजेता भारतीय टीम के सदस्य यशपाल शर्मा को मंगलवार 13 जुलाई को हार्ट अटैक के कारण हो गया. य़शपाल शर्मा गिने- चुने खिलाड़ियों में शुमार है. यशपाल वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा पारियां खेलने के बाद भी एक बार भी शून्य पर आउट नहीं हुए. उन्होंने 42 एक दिवसीय इंटरनेशनल मैचों की 40 पारियों में बल्लेबाजी करने का मौका मिला. वे पाकिस्तान, न्यूजीलैंड, इंग्लैंड, श्रीलंका आस्ट्रेलिया के दिग्गज गेंदबाजों के खिलाफ बल्लेबाजी लेकिन कभी भी शून्य पर आउट नहीं हुए जो अपने आप में एक रिकार्ड है.1983 विश्व कप टीम के सदस्य यशपाल शर्मा ने सेमीफाइनल में 61 रन की शानदार पारी खेल कर भारत को फाइनल तक पहुंचाया. साथ ही साथ वे किसी मैच में शतक भी नहीं लगा पाए. यशपाल के अलावा दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज केप्लर वेसेल्स,जेक्स रोडल्फ,पीटर क्रिस्टन शामिल है, जिन्होंने कभी भी बिना खाता खोले पवेलियन लौटे हो( नीचे भी पढे)
यशपाल का जाना बड़ा सदमा, उनके जोश से टीम ने जीता विश्वकपः किरमानी
भारतीय क्रिकेट को मंगलवार 13 जुलाई की सुबह एक बेहद दुखी करने खबर मिली. 1983 के विश्व कप विजेता टीम के नायक यशपाल शर्मा का महज 66 साल की उम्र में निधन हो गया. दिल का दौरा पड़ने की वजह से वह हमे छोड़कर चले गए। विश्व कप विजेता टीम में उनके साथी दिग्गज विकेटकीपर सैयद किरमानी ने यशपाल का जाना एक सदमा बताया.इस महान क्रिकेटर के निधन से पूरा देश ही स्तब्ध है और संवेदना जता रहा है। यशपाल के साथ लंबे समय तक खेले और विश्व कप जैसी यादगार जीत के लम्हे के जीने वाले किरमानी ने इसे बहुत बड़ी क्षति बताया.