चक्रधरपुर : पश्चिमी सिंहभूम के अति नक्सल प्रभावित प्रखंड मनोहरपुर स्थित सारंडा में सीआरपीएफ के जवान विषम परिस्थिति के बावजूद सारंडा वनग्राम व आस पास क्षेत्रों में वन पर्यावरण संरक्षण, शिक्षा उन्मुखीकरण, स्वास्थ्य सेवा एवं सामाजिक कल्याणकारी कार्यक्रमो में अहम योगदान दे रहे हैं। जरायकेला थाना क्षेत्र सारंडा स्तिथ कलियापोस कैंप सीआरपीएफ, डी/174 के कमांडर, निरीक्षक जीडी बलबिंदर सिंह ने उक्त जानकारी दी. उन्होंने बताया कि सीआरपीएफ डी/174के कमांडेंट डॉ प्रेमचंद के दिशा-निर्देश पर 21 जून से 27 जुलाई तक वन महोत्सव कार्यक्रम के माध्यम से 2400 वृक्षा रोपने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसी के तहत शनिवार को कलियापोस सीआरपीएफ कैंप परिसर क्षेत्र के अलावा सागजुड़ी स्थित नवप्राथमिक स्कूल रायबेड़ा व आस पास क्षेत्रों में 450 फलदार एवं छायादार वृक्षों के पौधे लगाये गये। इस अवसर पर उपस्थित ग्रामीणों को संबोधित करते हुए बलविंदर सिंह ने कहा कि अंधाधुन्ध वृक्षों की कटाई का असर वन एवं पर्यावरण पर पड़ा है। उन्होंने वन पर्यावरण संतुलन के लिए वृक्षारोपण के अलावा लोगों से वृक्षों की रक्षा करने की अपील की। वहीं उन्होंने कहा कि सिविक एक्शन प्लान के तहत क्षेत्र में समय-समय पर शिविर लगाकर शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा एवं घरेलू सामग्री इत्यादि का वितरण एवं जन कल्याणकारी योजनाएं भी चलायी जा रही हैं। इससे क्षेत्र के लोगों के बीच सीआरपीएफ जवानो के प्रति आपसी संबंध मजबूत हुए हैं। इसका परिणाम है कि क्षेत्र में सुख-शांति का वातावरण है। इस अवसर पर सीआरपीएफ के अधिकारी, जवान समेत काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।
नक्सल प्रभावित सारंडा को सुरम्य बनाने को सीआरपीएफ ने वन महोत्सव कार्यक्रम के तहत किया 450 पौधारोपण
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