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dalma-wild-life-sanctuary-दलमा में शुरू होगा नाइट सफारी-टूरिज्म, कोल्हान आयुक्त ने दलमा के निगरानी समिति और जोनल मास्टर प्लान की बैठक, टाटा स्टील के अधिकारी भी शामिल हुए

राशिफल

जमशेदपुर : जमशेदपुर के डीसी ऑफिस (जिला सभागार) में कोल्हान के आयुक्त मनीष रंजन की अध्यक्षता में दलमा वन्य आश्रयणी के निगरानी समिति एवं जोनल मास्टर प्लान बनाने हेतु बैठक आहूत किया गया. बैठक में दलमा वन्य आश्रयणी में पर्यटन की संभावनाओं, वन्य जीवों की रक्षा तथा वन्य आश्रयणी क्षेत्र में रह रहे जीव-जंतुओं के संबंध में व्यापक प्रचार-प्रसार पर चर्चा किया गया. आयुक्त, कोल्हान प्रमंडल द्वारा निदेशित किया गया कि हाईकोर्ट में दलमा वन्य आश्रयणी से जुड़े जितने केस पेंडिग हैं तथा समिति द्वारा संबधित विषय पर अब तक क्या निर्णय लिया गया है, इसका प्रतिवेदन अधतन कर लें. बैठक में डिमना लेक, चांडिल लेक के साथ-साथ दलमा वन क्षेत्र में पर्यटन की संभावनाओं पर विमर्श करते हुए आयुक्त, कोल्हान प्रमंडल द्वारा निदेशित किया गया कि इस संबंध में क्या-क्या किया जा सकता है इसकी व्यापक रूपरेखा बना लें. उन्होने दलमा में पूर्व से ही बनी सड़क के सुदृढ़ीकरण का सुझाव दिया ताकि जितने भी पर्यटक आते हैं उन्हें आवागमन में असुविधा नहीं हो. साथ ही स्टूडेंट एवं रिसर्चर के लिए नाइट टूरिज्म/सफारी की संभावनाओं पर भी विमर्श किया गया. आयुक्त, कोल्हान प्रमंडल मनीष रंजन ने कहा कि वन्य जीव की हत्या किसी भी सूरत में नहीं होनी चाहिए, यह कानूनन अपराध है. आयुक्त ने इस संबंध में संबंधित क्षेत्र के ग्राम प्रधान तथा बुद्धिजीवी वर्ग के लोगों के साथ बैठक कर उन्हें इस संबंध में जागरूक करने के निर्देश दिए. वन्य जीव की उपयोगिता के प्रति जागरूकता हेतु पोस्टर-बैनर के साथ-साथ क्षेत्रीय भाषा में शॉर्ट फिल्म के प्रसारण का निर्णय लिया गया जिससे लोगों में वन्य जीव के संरक्षण का भाव रहे. दलमा वन्य आश्रयणी के जीव जंतुओं के संबंध में विस्तृत जानकारी लोगों तक पहुंचे इस संबंध में पोस्टर/बैनर तथा वेबसाइट के माध्यम से लोगों को जागरूक करने का निर्णय लिया गया. साथ ही ट्रेकिंग ग्रुप व वाइल्ड लाइफ सोसाइटी के सदस्यों के बीच फोटोग्राफी कंप्टीशन कराने का निर्णय लिया गया जिसमें वे वन्य जीवों के फोटो के साथ उससे जुड़ी जानकारी भी साझा कर सकते हैं. आयुक्त द्वारा संबंधित क्षेत्र के जिला खनन पदाधिकारी पदाधिकारी को निदेशित किया गया कि कोई नया खनन कार्य उक्त क्षेत्र में शुरू नहीं हो ये अवश्य सुनिश्चित करें. इको सेंसेटिव जोन के जमीन के इस्तेमाल में बदलाव नहीं करने तथा आवश्यकता पड़ने पर संबधित क्षेत्र के नगर निकाय पदाधिकारी/अंचलाधिकारी से अनुमति के पश्चात ही जमीन के इस्तेमाल में बदलाव की बात कही गई. बैठक में उप वन संरक्षक एवं क्षेत्र निदेशक गज परियोजना, जमशेदपुर डॉ अभिषेक कुमार, अपर उपायुक्त प्रदीप प्रसाद, एडीएम लॉ एंड ऑर्डर नंदकिशोर लाल, महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र(चाईबासा) शंभू शरण बैठा, जिला परिवहन पदाधिकारी दिनेश रंजन, मानगो नगर निगम के कार्यपालक पदाधिकारी दीपक सहाय, जिला खनन पदाधिकारी पूर्वी सिंहभूम मो नदीम सफी, जिला खनन पदाधिकारी सरायकेला-खरसांवा सन्नी कुमार, वन्य क्षेत्र पदाधिकारी दिनेश चंद्रा, सहायक वन संरक्षक आरपी सिंह, कार्यपालक अभियंता पथ प्रमंडल सरायकेला खरसांवा निर्मल कुमार सिंह, राजीव रंजन सहायक अभियंता-ईचा गालूडीह कॉम्प्लेक्स तथा अन्य पदाधिकारी एवं टाटा स्टील के प्रतिनिधि उपस्थित थे.

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