देवघरः देवघर में एक माह तक चलने वाला श्रावणी मेला का लगातार दूसरे साल भी कोरोना को लेकर आयोजन नहीं किया जाएगा. आगामी 25 जुलाई से शुरू हो रहे श्रावणी मेला को लेकर जिला प्रशासन द्वारा मेला के दौरान बाहरी श्रद्धालुओं को प्रवेश नहीं कराने की पूरी व्यवस्था कर लिया गया है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा भी इस वर्ष किसी तरह का कैम्प सहित कोई भी स्वास्थ्य सुविधा मुहैया नहीं कराई जाएगी.
वही सीमावर्ती सहित पूरे मेला क्षेत्र में एहतियात के तौर पर 1 हज़ार से अधिक पुलिस बल की तैनाती की गई है. झारखंड प्रवेश द्वार से मंदिर परिसर तक जगह जगह पुलिस बल और दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गई है. अनजाने में कोई श्रद्धालु सुल्तानगंज स्थित उत्तरवाहिनी गंगा से कांवर में जल भर नंगे पांव 105 किलोमीटर की कठिन यात्रा कर बाबाधाम आने वालों को बॉर्डर पर ही रोक दिया जाएगा. इस दौरान स्वास्थ्य और चिकित्सा संबंधी किसी तरह की कोई व्यवस्था नहीं रहेगी. देवघर के सिविल सर्जन डॉ युगल किशोर चौधरी ने बताया कि मेला का आयोजन नहीं रहने से विभाग द्वारा कोई सुविधा मुहैया नहीं कराई गई है. ऐसे में आवश्यकता पड़ने पर सदर अस्पताल में इलाज किया जाएगा. कोरोना काल को देखते हुए मेला का आयोजन नहीं किया जा रहा है फिर भी अनजाने में कोई श्रद्धालु अगर आना भी चाहेंगे तो उन्हें सीमा पर ही रोक दिया जाएगा. जिला के पुलिस अधीक्षक धनंजय कुमार सिंह ने बताया कि इसके लिए मुख्यालय से 1 हज़ार पुलिस जवान की प्रतिनियुक्ति की गई है जिन्हें पाली के हिसाब से सभी संभावित जगहों पर तैनात कर दिया गया है. इसके अलावा किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए एनडीआरएफ टीम की भी मदद ली जाएगी.