देवघर: 19 मई को प्रकाश भंडार के हाथी पहाड़ स्थित गद्दी में आवक बंदी आंदोलन की समीक्षा बैठक की गई. बैठक में थोक विक्रेता, लघु थोक विक्रेता, राइस एवं फ्लावर मिल उद्यमी, खुदरा दुकानदार, लक्ष्मी बाजार एवं गणेश मार्केट के व्यापारी, पशुआहार के थोक विक्रेता तथा अन्य खाद्य एवं कृषि उपज से संबंधित व्यापारी भारी संख्या में सम्मिलित हुए. देवघर के व्यवसायी कृषि बाजार शुल्क के विरोध में पूरी तरह गोलबंद हो आरपार की लड़ाई के लिए तैयार हैं.समीक्षा में यह बात उभर कर सामने आई कि अगले 3-4 दिनों में आवक बंदी का असर बाजार और आम जनता पर दिखने लगेगी. बताया गया कि अब ट्रांजिट में भी कोई माल नहीं है, अतः कल से देवघर में लगभग पूरी तरह से खाद्य वस्तुओं की आवक बंद हो जाएगी. कई सामानों जैसे आलू, प्याज, तेल, दाल आदि के बाद अनाजों की भी किल्लत एक हफ्ते के अंदर होने लगेगी.राइस एवं फ्लावर मिल की ओर से रमेश बाजला एवं राजकिशोर चौधरी ने व्यापारियों को मिल की ओर से आन्दोलन को पूरा समर्थन देने की घोषणा की.(नीचे भी पढ़े)
मिल में भी आवक बंद रहेगी तथा फेडरेशन के निर्णय और आंदोलन के समर्थन में राज्य के अन्दर के व्यापारियों को माल नहीं दिया जाएगा. चैम्बर के अध्यक्ष आलोक मल्लिक ने बताया कि देवघर के सभी व्यापारियों ने पूरी एकजुटता और ईमानदारी के साथ आन्दोलन करेंगे.फेडरेशन ऑफ झारखण्ड चैम्बर के नेतृत्व में यह आंदोलन सरकार के विधेयक को वापस लेने के आश्वासन मिलने तक जारी रहेगी.इस बीच खाद्य वस्तुओं की किल्लत से जनता को होने वाली कठिनाइयों के लिए राज्य सरकार पूरी तरह से जिम्मेदार होगी.चैम्बर के अधिकारियों ने सभी जगह उपायुक्त को 16 मई 2022 से व्यापारियों द्वारा खाद्य सामग्री के आवक बंद करने की लिखित सूचना दे दी गई है.विदित हो कि राज्य सरकार ने जनहित और व्यापारियों के खिलाफ जाकर 2 प्रतिशत बाजार शुल्क लगाना चाहती है. इसके कारण यहां के व्यापारियों को अवैध उगाही और अव्यवहारिक शुल्क तथा इंस्पेक्टर राज से दो-चार होना पड़ेगा.