देवघर : देवघर सदर अस्पताल में मंगलवार की अहले सुबह हंगामा हो गया. इस दौरान करीब 4:30 बजे 2 मरीज सदर अस्पताल इमरजेंसी वार्ड में इलाज के लिए आए. उस वक्त डॉ कुंदन ऑन ड्यूटी पर मौजूद थे. डॉ कुंदन का कहना है कि मरीज ने इलाज के दौरान उनके साथ मारपीट गाली-गलौज किया. मरीज की मां निर्मला देवी और पिता महादेव गुप्ता आदि को भी हॉस्पिटल बुला लिया गया. जिसके बाद सभी ने मिलकर डॉक्टर से मारपीट की. इलाज के दौरान मरीज ने डॉक्टर को जान मारने की भी धमकी दी. इससे अन्य डॉक्टर भी नाराज हो गए और सभी डॉक्टर की सूचना पर झांसा ने सिविल सर्जन डॉक्टर सीके शाही की अध्यक्षता में बैठक कर कार्य बहिष्कार का निर्णय लिया. (नीचे भी पढ़ें)
उधर नगर थाना की पुलिस मरीज के घर पहुंच उसके परिजनों को खोजने का कार्य शुरू कर दिया है. परंतु अभी तक गिरफ्तारी की सूचना नहीं मिली है. चिकित्सकों का कहना है कि ऐसे वातावरण में वे इलाज नहीं कर सकते. उन्होंने यह कहते हुए सामूहिक इस्तीफा दे दिया की बार-बार चिकित्सकों के साथ ऐसी घटनाएं होती रहती हैं. उन्होंने कहा कि जब तक चिकित्सकों की सुरक्षा की गारंटी और अभियुक्तों की गिरफ्तारी नहीं होती तब तक कार्य बहिष्कार जारी रहेगा. इधर आई एमए ने भी चिकित्सकों के समर्थन में कार्य बहिष्कार कर दिया है. उन्होंने कहा है कि सरकारी तथा निजी अस्पतालों में सिर्फ इमरजेंसी सेवाएं ही चलेगी. चिकित्सकों के कार्य बहिष्कार का असर ही अस्पतालों में दिखने लगा और सैकड़ों मरीजों को बिना इलाज कराए बैरंग वापस जाना पड़ा.