देवघर से ऋतुराज की रिपोर्ट
देवघर : कोरोना काल में आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहे स्थानीय लघु और कुटीर उद्योग से जुड़े कारीगरों को उनके उत्पाद की बिक्री के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराने की तैयारी देवघर जिला प्रशासन द्वारा की जा रही है. इसके लिए बड़े कॉमर्शियल मार्केटिंग प्लेटफॉर्म की तर्ज पर देवघर मार्ट की शुरुआत की जा रही है. (नीचे पूरी रिपोर्ट पढ़ें)
इसके तहत यहाँ के पारम्परिक हस्तशिल्प, लघु एवं कुटीर उद्योग, पेड़ा, उद्योग, लोहारगिरी उद्योग, मिट्टी के बर्तन निर्माण, बंबू उद्योग, लाह-चुड़ी व लहठी उद्योग के साथ झारखंड आजीविका मिशन के तहत घर-घर महिलाओं द्वारा निर्मित उपयोगी समान और खिलौने को एक ग्लोबल मार्केट उपलब्ध कराने की योजना है. इस प्लेटफॉर्म के जरिये छोटे कारीगर अपने सामान बेच कर आर्थिक तंगी से उबर पाएंगे. साथ ही देश के साथ-साथ विश्व स्तर पर इनके द्वारा निर्मित सामानों को ख्याति मिल पाएगी. देवघर में भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय अंतर्गत हस्तशिल्प विभाग भी अपने साथ जुड़े कारीगरों को देवघर मार्ट से जोड़ कर एक प्लेटफॉर्म देने की बात कह रहा है. स्थानीय कारीगर भी जिला प्रशासन की इस पहल से काफी खुश हैं.