चाईबासा : कोरोना वायरस से बचाव को लेकर देश में लगे लॉकडाउन में फंसे प्रवासी मजदूरों की सरकार घर वापसी करा रही है। घर वापसी होने के बाद उन मजदूरों को अपने गांव में रहने देने का विरोध ग्रामीणों द्वारा किए जाने की चर्चा सुनने को मिल रही है। इन्ही सब मामलों को लेकर रविवार को जगन्नाथपुर प्रखंड सभागार में अंचलाधिकारी तृप्ति विजया कुजूर की अध्यक्षता तथा प्रखण्ड विकास पदाधिकारी संतोष कुमार व थाना प्रभारी मधुसूदन मोदक की उपस्थिति में स्थानीय ग्रामीण मानकी-मुण्डा के साथ एक आवश्यक बैठक की गई। बैठक में लॉकडाउन के दौरान घर वापस लौट रहे प्रवासी मजदूरों के संबंध में विस्तृत चर्चा करते हुए ग्रामीण मानकी-मुण्डा को कई दिशा-निर्देश दिये गये।
अंचलाधिकारी तृप्ति विजया कुजूर ने उपयुक्त एवं अनुमण्डल पदाधिकारी का आदेश पढ़कर सुनाते हुए कहा कि लॉकडाउन के दौरान उक्त आदेश का अनुपालन करना जरूरी है। आदेश का उल्लंघन करने वाले के खिलाफ कानूनी करवाई की जाएगी। प्रखंड विकास पदाधिकारी संतोष कुमार ने कहा कि कोरोना से डरें नहीं, बल्कि कोरोना से लड़ें, कोरोना हारेगा हम जीतेंगे। उन्होंने सभी से सावधानी बरतने की अपील की।
थाना प्रभारी मधुसूदन मोदक ने कहा कि घर वापसी कर रहे लोगो को सभी का सहयोग और प्यार की जरूरत है। इसलिए किसी भी प्रवासी मजदूर (जो होम क्वारंटाइन है) के साथ अभद्र व्यवहार न करें, उनके साथ मारपीट या भेद-भाव न करें, उनके साथ सहयोगी भावना रखें तथा उनकी मदद करें। बैठक में कामिल केराई, सोमनाथ सिंकू, जितेन्द्र गोप, जामदार लागुरी, हेमन्त कुमार माहतो, विनय पनवार, रामजीवन बेहेरा, रवीश चन्द्र महतो, विकास महापात्र, भगरथी प्रधान, उत्तम कुमार नायक, हरेकृष्ण महापात्र (मानकी), जीवन गोप, कृष्णा सिंकू (मानकी), डेविड सिंकू, सुभाष चन्द्र सिंकू, बलराम बोबोंगा, गुरुचरण सिंकू, वामिया सिंकू समेत अन्य मानकी-मुण्डा उपस्थित थे।