Chakuliya : बहरागोड़ा के विधायक कुणाल षाड़गी ने मंगलवार को शिक्षा मंत्री नीरा यादव से मिलकर क्षेत्र की समस्याओं से अवगत कराया और डीएलएड डिग्री वाले विद्यार्थियों और पारा शिक्षकों के मामले पर की गई कार्यवाही की जानकारी ली.
बहरागोडा कॉलेज को मॉडल कॉलेज बनाने के लिए अतिरिक्त राशि का आवंटन : बहरागोडा कॉलेज को RUSA की निधि से लगभग 15 करोड़ रूपये दिए जाने के लिए प्रशासनिक स्वीकृति मिली थी लेकिन अब तक सिर्फ 5 करोड़ ही निर्गत हुए हैं. जल्द ही बाकि राशि का भुगतान हो ताकि आधारभूत संरचना पर काम हो सके. चाकुलिया स्थित शिबू रंजन खान डिग्री कॉलेज को चुनावी आचार संहिता लगने के पहले स्थायी मान्यता दी जाय ताकि प्रत्येक वर्ष मान्यता नवीकरण प्रक्रिया के कारण हो रही परेशानियों से विद्यार्थियों को निजात मिल सके.
डीएलएड पास विद्यार्थियों की नियुक्ति : विधायक ने कहा कि JTET की परीक्षाओं के विज्ञापनों मे यह कहा गया था कि स्नातक और डीएलएड वाले अभ्यर्थी कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों को पढ़ाने के योग्य होंगे लेकिन जो शिक्षकों की नियुक्तियाँ निकली हैं उसमें कक्षा 1 से लेकर 5 तक पढ़ाने के लिए तो डीएलएड वाले आवेदन कर सकते हैं लेकिन 6-8 कक्षा तक के बच्चों को पढ़ाने के लिए बीएड होना ज़रूरी है.इसके क्या कारण है? सचिव ने कहा कि नए राइट टू एजुकेशन की गाइडलाइन के आधार पर कक्षा 6-8 तक के बच्चों को पढ़ाने के लिए बीएड अनिवार्य है इसलिए डीएलएड होने के वावजूद बीएड होना ज़रूरी है.
पारा शिक्षकों के बकाए मानदेय का मुद्दा : विधायक ने सचिव से कहा कि वैसे पारा शिक्षकों का जुलाई और अगस्त के मानदेय का भुगतान अब तक बाक़ी है जिन्होंने बायोमेट्रिक से अपनी उपस्थिति नही बनाई. ऐसे कई विद्यालय है जहाँ उस समय बायोमेट्रिक की सुविधा या नेटवर्क नही था लेकिन उन्होंने ऑफ़लाइन अपनी उपस्थिति बनाई है.अत: उन दो महीनों का मानदेय अविलंब भुगतान कराया जाय.जिन पारा शिक्षकों ने टेट पास किया है और दस साल से ज्यादा समय से कार्यरत है उनके 4200 बेसिक वाले ग्रेड में समायोजन की प्रक्रिया शुरू की जाए.जो टेट पास नही हैं उन्हे बिहार की तर्ज़ पर समायोजन किया जाय.