चाकुलिया : प्रखंड की जामुआ पंचायत में विगत दो माह से 45 हाथीयों के झुंड ने अड्डा बनाए हुए है, जिससे ग्रामीणों भय का महौल है. ग्रामीणों ने कहा कि हाथियों का झुंड कई भागों में बंट कर पंचायत के विभिन्न गांवों में जाकर फसल समेत कई चीजों को नुकसान पहुंचा रहा है. इन हाथियों के झुंड में दो-तीन हाथी के बच्चे भी शामिल हैं. ग्रामीणों का कहना है कि शिशु हाथियों के कारण यह हाथियों का झुंड काफी आक्रामक दिख रहा है. हाथियों का झुंड राजाबासा गांव से सटे साल जंगल में विगत दो माह से अपना अड्डा जमाए हुए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि पूरे दिन हाथी जंगल में रहते हैं और शाम होते ही झुंड बनाकर अलग-अलग गांवों की ओर जाकर उत्पत मचाते हैं. लोगों का कहना है कि हाथियों ने बांस की फसल को इस बार काफी नुकसान पहुंचाया है.
बताया जा रहा है कि बारीश के समय निकलने वाले राईजोम को हाथियों द्वारा तोड़े जाने से किसान काफी परेशान हैं. हाथियों का भय लोगों के अंदर ऐसा घर कर गया है कि लोग शाम होते ही घरों के अंदर दुबक जा रहे हैं. वहीं पंचायत के मुखिया प्रभाष हांसदा ने बताया कि हाथियों के झुंड ने इस वर्ष पंचायत के किसानों को भारी नुकसान पहुंचाया है. हाथियों के कारण पंचायत के बड़पाट, माचाडीहा, जामुआ और राजाबासा गांव के बांस के किसानों को भारी नुकसान हुआ है. उन्होंने बास के खेती करने वालों को अबतक करीब 25-30 लाख रुपये का नुकसान होने का अनुमान लगाया है. कहा कि किसान हाथियों के कारण इस बार जंगल से सटे खेतों में धान की खेती भी नहीं कर पाए हैं. पूरी रात गांव के लोग मशाल जलाकर हाथियों को गांव के दूर भगाने की कोशिश में जुटे रहते हैं. वन विभाग की टीम भी हाथियों को भगाने में नाकाम साबित हो रही है.