
जमशेदपुर : झारखंड आदिवासी एकता मंच ने सोमवार को बेको एवं पलासबनी पंचायतों के डालापानी एवं पलासबनी में अपने पहले पुस्तकालय सह अध्ययन केंद्र का उद्घाटन किया. गांव के ही मांझी बाबा एवं वार्ड सदस्य ने पुस्तकालय सह अध्ययन केंद्र का उद्घाटन किया. बता दें कि डिमना से लेकर नारगा तक आठ पंचायतों में आदिवासियों की बहुलता है, और यह इस क्षेत्र का पहला पुस्तकालय सह अध्ययन केंद्र है. इस अध्ययन केंद्र में मुख्य रूप से फ़िलहाल नवोदय, नेतरहाट, सीएम स्कूल आफ़ एक्सीलेंस, इन्दिरा गांधी आवासीय विद्यालय, सैनिक स्कूलों के लिए तैयारी कराई जायेगी, जिसके लिए गांव के शिक्षित युवा ही शिक्षक के रूप में उन्हें पढ़ाएंगे. इसमें पढ़नेवाले विद्यार्थियों का हर हफ्ते टेस्ट लिया जाएगा.(नीचे भी पढ़ें)


झारखंड आदिवासी एकता मंच ने इस क्षेत्र के आदिवासी समाज के छात्र छात्राओं के बहुत कम संख्या में सरकारी प्रतियोगिता परीक्षाओं में शामिल होने के मद्देनजर उन्हें प्रतियोगिता परीक्षाओं के लिए तैयार कराने के उद्देश्य से यह पहल की है. समाज के बहुत सारे छात्र-छात्राएं किताब कॉपी के अभाव में पढ़ाई अधूरी ही छोड़ देते है. समाज में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कटिबद्ध मंच ने पुस्तकालय सह अध्ययन केंद्र खोलने का निर्णय लिया है. मंच आगामी दिनों में क्षेत्र की हर पंचायत में एक पुस्तकालय सह अध्ययन केंद्र की शुरुआत करेगा. आज के उद्घाटन कार्यक्रम में मंच के अध्यक्ष दीनबंधु भूमिज, सचिव छोटू सोरेन, सक्रिय सदस्य अर्जुन सोरेन, सुनील हेंब्रम, सुनीता टुडू, सालगे टुडू, माधो मुर्मू, राजाराम मुर्मू, जैकब किस्कू, सुखलाल टुडू, पन्नालाल सोरेन, लक्ष्मण हेंब्रम, सतीश सिंह, विजय सोय के साथ-साथ दोनों गांवों के ग्रामीण शामिल थे.