
जमशेदपुर: जमशेदपुर के एमजीएम थाना में पदस्थापित 2018 बैच के एसआई मोहन कुमार सिंह को एसीबी की टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. एसीबी की टीम ने उन्हे एनएच 33 से उस वक्त गिरफ्तार किया जब वे शिकायतकर्ता विनोद गोप से 10 हजार की रिश्वत ले रहे थे. टीम उसे पकड़कर सोनारी स्थित अपने कार्यालय ले गई जहां उससे पूछताछ की जा रही है. मिली जानकारी के अनुसार मोहन सिंह ने विनोद गोप से एक लाख रुपए रिश्वत की मांग की थी. बाद में मामला 10 हजार रूपए में सेट हुआ. रिश्वत की शिकायत विनोद ने एसीबी को दी. एसीबी द्वारा प्रारंभिक जांच में मामले को सही पाया. विनोद को 10 हजार रूपए लेकर मनोज से मिलने को कहा गया. विनोद ने एसआई को एनएच 33 पर मिलने बुलाया जहां एसीबी ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया. फिलहाल उसे एसीबी ने अपने कार्यालय में रखा है. (नीचे पढ़े पूरी खबर)
प्राप्ति रसीद की ऑरिजनल प्रति देने के एवज में एक लाख रुपये रिश्वत की मांग कर रहा था दारोगा, दस हजार में हुआ था सौदा
जमशेदपुर के एमजीएम थाना परिसर में पदस्थापित दारोगा मोहन कुमार सिंह को मंगलवार को एसीबी जमशेदपुर की टीम ने दस हजार घूस लेते रंगेहाथ पकड़ा. इस मामले में एमजीएम थाना क्षेत्र के भिलाई पहाड़ी निवासी विनोद गोप ने एसीबी को शिकायत की थी कि मोहन कुमार सिंह घूस की मांग कर रहे थे. विनोद ने एसीबी की टीम को बताया कि बीते दिनों उन्हे मोहन ने किसी मामले को लेकर फोन कर थाने बुलाया था. जब वे थाना पहुंचे और मोहन से मिले तो मोहन ने उन्हे कहा कि जमिंदार सिंह नामक व्यक्ती रोज वैली में 10 लाख रुपये जमा किए थे, वो रुपये उन्हे वापस मिल गए. उसकी ऑरिजनल प्राप्ति रसीद उनके पास है. मोहन ने प्राप्ति रसीद अपने पास रख ली. बाद में रसीद वापस मांगने पर मोहन ने विनोद से एक लाख रुपये की मांग की. बाद में दोनों के बीच 10 हजार रुपये में सौदा हुआ पर विनोद घूस नहीं देना चाहते थे इसलिए उन्होने एसीबी से मामले की शिकायत कर दी. शिकायत को सही पाते हुए एसीबी ने विनोद को रुपये लेकर मोहन को देने के लिए बुलाया. दोनों एनएच33 पर मिले जहां एसीबी पहले से ही जाल बिछाए हुए थी. जैसे ही विनोद ने मोहन को रुपये दिए वैसे ही एसीबी ने मोहन को पकड़ लिया. एसीबी ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.