जमशेदपुर : जमशेदपुर में ज्यादा दिन नहीं हुए जब जमशेदपुर शहर संस्थापक दिवस समारोह के जश्न में डूबा था कि एक हादसे ने सबके दिल दहला दिए. साकची शीतला मंदिर के पास 3 मार्च को सुबह-सुबह टहलने निकले दो लोगों अशोक अग्रवाल (63) और राजकिशोर (56) को सांढ ने पटक-पटक कर मार डाला था. पास मौजूद लोगों ने पत्थर मारकर बचाने की कोशिश की लेकिन दोनों को बचा नहीं सके. (नीचे भी पढ़ें)
इस दुःखद घटना के बाद प्रशासन की ओर से बड़ी-बड़ी बाते कही गयी थी और लगा अब सड़कों पर घूम रहे आवारा पशुओं को लेकर कुछ रणनीति बनेगी. मगर नतीजा वही सिफर है. आज भी साकची और विभिन्न इलाकों में आवारा सांढ, गायें, कुत्ते घूम रहे हैं. कई इलाकों में कुत्तों द्वारा काटने या हमले की खबरें आती हैं. (नीचे भी पढ़ें)
जमशेदपुर में कई साल पहले एक छोटे बच्चे पर हमला कर कुत्ते ने नोंच खाया था, मगर फिर भी अब तक आवारा पशुओं के लिए कोई शहर में कोई शेल्टर हाऊस नहीं बनाया गया. वन्य जीव विशेषज्ञ बताते हैं कि पशुओं को केयर मिलने पर वे भी अच्छा व्यवहार करते हैं लेकिन सभी पशुओं का व्यवहार और प्रतिक्रिया अलग-अलग होती है. जानवरों और इंसान के बीच संघर्ष के परिणाम स्वरूप अक्सर दुखद घटनाएं सामने आती हैं जिसका एक ही समाधान है कि अलग से शेल्टर हाऊस बने जहां सभी प्रकार के आवारा पशुओं के लिए जगह बने और उनकी उचित देखभाल हो. (नीचे भी पढ़ें)
उपरोक्त सांढ की तस्वीर जमशेदपुर के साकची इलाके की है और यह बताने के लिए काफी है कि कैसे लोग मौत के साए में सफर कर रहे हैं. कायदे से यह स्थानीय नगर निकाय की जिम्मेवारी है कि वह आवारा पशुओं को उनके उचित जगह पर भिजवाकर लोगों को सुरक्षित करें मगर इस दिशा में कोई ठोस पहल नहीं दिखती. जिले में चाकुलिया और जुगसलाई गौशाला है जहां तत्काल वैकल्पिक व्यवस्था हो सकती है. लोगों का कहना है कि इस समस्या के वृहद समाधान के लिए प्रशासन को शेल्टर हाऊस बनाने की पहल करनी चाहिए. (नीचे भी पढ़ें)
हैरानी की बात है कि टाटा का शहर है मगर टाटा स्टील या जुस्को की तरफ से भी शेल्टर हाऊस को लेकर कभी कोई पहल नजर नहीं आई. सांढ द्वारा दो लोगों को पटक पटक कर मार देने की घटना की वीडियो पूरे देश में वायरल हुई और मीडिया में सुर्खियां बटोरती रही. लेकिन आज की ताजा तस्वीर में दिखता सांढ इस बात का परिचायक है कि आवारा पशुओं से लोगों को सुरक्षित करना यह यहां के प्रशासन और राजनीति के लिए कोई मुद्दा ही नहीं है. बस भगवान भरोसे रोड पर चलिए.