

जमशेदपुर:जमशेदपुर के स्कूलों में एडमिशन सीजन की शुरुआत हो चुकी है. ऐसे में बिचौलिए भी सक्रिय हो चुके है. 6 फरवरी को ही एंटी करप्शन एंड क्राइम ब्यूरो ऑफ इंडिया के प्रतिनिधियों ने मिलकर एसएसपी से मामले की शिकायत की थी. उन्होने एसएसपी के समक्ष एक वीडियो भी प्रस्तुत किया था जिसमें बिचौलियों द्वारा साफ साफ कहा जा रहा है कि उनके द्वारा शहर के हर स्कूलों में बीपीएल कोटे में एडमिशन दिलवाया जाता है. यह मामला शिक्षा विभाग तक पहुंचा और विभागीय जांच में मामला सही पाया गया. इधर उलीडीह थाना में प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी सुब्रतो महतो ने आरोपी दीपक बयो और महिला वर्षा सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाया गया है. इन दोनों ने फर्जी दस्तावेज के आधार पर स्कूलो से साठ-गांठ कर बीपीएल कोटे में एडमिशन दिलवाने का काम किया है. इधर शिकायत के बाद पुलिस हरकर में आई और जांच में जुट गई. हालांकि दोनों फरार बताए जा रहे है.

बड़े-बड़े स्कूलों में करवाते थे नामांकन
वायरल वीडियो में उनके द्वारा बताया गया था कि उनके द्वारा शहर के बड़े बड़े स्कूलो में नामांकन करवाया जाता है. इसके लिए 60 हजार रुपये की शुरुआती राशि ली जाती है. वे लोग बीपीएल कोटे में नामांकन करवाते है. इसके लिए स्कूल से उनके साठ-गाँठ रहती है. चुंकि स्कूलों में 25 प्रतिशत आरक्षण बीपीएल कोटे का रहता है. इसके लिए स्कूल किसी तरह की फीस नहीं ले सकते. ऐसे में वे साठ-गांठ कर किसी तरह एडमिशन करवाते है और उनसे पैसों की कमाई करते है. हालांकि शिकायत के बाद यह मामला पुलिस के पास है. पुलिस की जांच में कई बाते पता चल सकती है.
दीपक ने फर्जी तरिके से अपनी बेटी का करवाया है नामांकन
जांच में शिक्षा विभाग को यह जानकारी भी मिली कि आरोपी दीपक द्वारा शहर के एक स्कूल में बीपीएल कोटे में नामांकन करवाया गया है. जांच में यह बात सामने आई कि दीपक द्वारा किसी तरह का दस्तावेज नहीं जमा किया गया था. हालांकि विभाग द्वारा स्कूल का नाम नहीं बताया गया है. बता दे कि एंटी करप्शन एंड क्राइम ब्यूरो ऑफ इंडिया के प्रतिनिधियों ने एक वीडियो जारी कर जिला प्रशासन को इसकी जानकारी दी थी.