जमशेदपुर: जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल में एक बार फिर लापरवाही उजागर हुई है. इस बार किशोरी राधिका की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया. हंगामे को शांत करने के लिए अस्पताल के होम गार्ड के जवानों ने लाठियों भी बरसाई. इधर सूचना पाकर मौके पर अस्पताल अधीक्षक अरुण कुमार पहुंचे और परिजनों को जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया. राधिका के परिजनों ने बताया कि वे लोग मानगो गौड़ बस्ती के रहने वाले है.(नीचे भी पढ़े)
बुधवार की रात को राधिका साइकिल चलाते समय गिर गई थी जिससे उसके पेट में चोट लगी थी. उसे इलाज के लिए एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया था. गुरुवार को उसका अल्ट्रासाउंड करवाया गया. आज सुबह 8 बजे उसके पेट में अचानक दर्द उठा. परिजनों ने डॉक्टर को बुलाया पर कोई डॉक्टर नहीं आया और ना ही कोई नर्स उसे देखने आई. थोड़ी देर बाद राधिका की मौत हो गई. मामले को लेकर अधीक्षक अरुण कुमार ने बताया कि बच्ची की स्थिति गंभीर थी. उसके पेट में अपेंडिस था. (नीचे भी पढ़े)
परिजनों को इसकी जानकारी दी गई थी. परिजनों ने उसे आज सुबह कुछ खिलाया था जिसके तुरंत बाद उसकी मौत हो गई. हालांकि यह जांच का विषय है कि बच्ची की मौत का कारण क्या है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद की मौत के कारण का पता चलेगा. जहां तक लापरवाही की बात है तो वे परिजनों के साथ खड़े है. इस मामले की जांच की जायेगी. जो भी दोषी पाया जाएगा उसपर कार्रवाई की जाएगी.