जमशेदपुरः अपनी पांच सूत्री बुनियादी सुविधा की मांग को लेकर मंगलवार को आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ के प्रतिनिधि उपायुक्त से मिले. आंगनबाड़ी सेविकाओं ने प्रधानमंत्री को अपनी मांगों से जुड़ा एक पत्र लिखा जिसे उपायुक्त को सौंपा गया. इन पांच मांगों मे सेविकाओं को बुनियादी सुविधा देने की मांग की गई है. (नीचे भी पढ़े)
सेविकाओं ने बताया कि कहा कि वे हर सरकारी योजनाओं में सरकारी कर्मचारियों को तरह काम करती है. हर काम में सरकार उनसे काम लेती है. उन्होंने मांग की है कि आंगनबाड़ी सेविकाओं को सरकारी कर्मचारी घोषित कर सामाजिक सुरक्षा दिया जाए और उन्हें उचित श्रेणी में शामिल किया जाए. (नीचे भी पढ़े)
आंगनबाड़ी में काम करने वाले कर्मचारियों को सेविका को 18 हजार और सहायिका को 9 हजार रुपए प्रतिमाह वेतन दिया जाए. राष्ट्रीय नयी शिक्षा नीति के अन्तर्गत आंगनबाडी को प्री प्राईमरी स्कूल में बदलने पर उसमें कार्यरत कर्मचारी को प्री प्राईमरी टीचर एवं सहायिका को प्री प्राईमरी में असिस्टेंट टीचर में शिक्षण के अनुभव पर उनकी शैक्षणिक योग्यताओं को देखते हुए प्रशिक्षण देकर पदों पर नियुक्ति किया जाए. (नीचे भी पढ़े)
आंगनबाड़ी में कार्यरत सभी कर्मचारियों के लिए भविष्य निधि, जीवन निर्वाह भत्ता, सेवानिवृत भत्ता एवं उनपर आश्रितों को चिकित्सा सुविधा, उनके बच्चों के लिए शिक्षा की सुविधा लागू किया जाए. आंगनबाड़ी कर्मचारियों को भी सरकारी कर्मचारी की तरह अर्जित अवकाश, आकस्मिक अवकाश, चिकित्सक अवकाश, विभिन्न त्योहारों पर मिलने वाली छुट्टियां दिया जाए.