jamshedpur-annual-classical-music-बिष्टुपुर में बंसी बोस म्यूजिक फाउंडेशन का वार्षिक शास्त्रीय संगीत 21 मई को, गायिका के साथ हारमोनियम व तबला वादक की होगी प्रस्तुति

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जमशेदपुर : जमशेदपुर के तत्वाधान में संध्या 6.30 बजे से “वार्षिक संगीत समारोह-2022” का आयोजन बिष्टुपुर स्थित महाराष्ट्र हितकारी मंडल के सभागार में 21 मई को किया जायेगा. इस दौरान शहर के शास्त्रीय संगीत को समर्पित संस्था बंसी बोस म्यूजिक फाउंडेशन, कार्यक्रम के पहली प्रस्तुति बाल शास्त्रीय संगीत गायिका श्रीजनी बोस शास्त्रीय गायन पेश करेंगे साथ में मनमोहन सिंह हारमोनियम पर एवं तबले पर कार्तिकेय मिश्रा संगत करेंगे. कार्यक्रम की दूसरी प्रस्तुति में आईसीसीआर से मान्यता प्राप्त शहर के प्रख्यात तबला वादक प्रदीप भट्टाचार्जी के चार युवा शिष्यों के द्वारा प्रदीप भट्टाचार्जी के निर्देशन में तबला सामूहिक जुगलबंदी कार्यक्रम “SPECTRUM” की प्रस्तुति दी जाएगी . इस विशेष कार्यक्रम में नितीश भट्ट , प्रमोद बारीक़ , आकाश रंजन एवं हृषीक भट्टाचार्जी भाग ले रहे है . (नीचे भी पढ़ें)

कार्यक्रम के अंतिम प्रस्तुति में देश के जाने माने सितार वादक पंडित देबजीत चक्रवर्ती सितार वादन पेश करेंगे. उनके साथ तबले पर उज्ज्वल भारती संगत करेंगे. कार्यक्रम की मांग को देखते हुए संस्था के द्वारा कार्यक्रम में प्रवेश निःशुल्क किया गया है. (नीचे भी पढ़ें)

पंडित देबजीत चक्रवर्ती
शास्त्रीय संगीत के प्रतिष्ठित परंपरा वाले परिवार में जन्मे, पंडित देबजीत चक्रवर्ती ने भारत के सबसे प्रसिद्ध सितार वादक विष्णुपुर घराने के पंडित मणिलाल नाग के संरक्षण में सितार की तालीम ली. तत्पश्चात उन्होंने रवीन्द्र भारती विश्वविद्यालय के इंस्ट्रुमेंटल स्ट्रीम विभाग के पूर्व प्रमुख रामपुर सीनिया घराने के संतोष बनर्जी से सितार की तालीम ली. पंडित देबजीत ए.आई.आर. के ‘टॉप’ ग्रेड कलाकार हैं और इसे नियमित रूप से कलकत्ता दूरदर्शन पर प्रदर्शित किया जाता है, जिसमें इस पर राष्ट्रीय कार्यक्रम भी शामिल है, जो भारतीय सांस्कृतिक संबंधों के लिए भारतीय परिषद के पैनलबद्ध कलाकार हैं. (नीचे भी पढ़ें)

बंसी बोस म्यूजिक फाउंडेशन
स्वर्गीय बंसी बोस लौह नगरी के एक जाने माने सितार वादक थे एवं शास्त्रीय संगीत को पहचान दिलाने में वे अग्रणीय भूमिका अदा किये थे. उनके स्मृति में बनी यह संस्था शहर में शास्त्रीय संगीत की गतिविधियां बढ़ाने की लिए प्रयासरत है. (नीचे भी पढ़ें)

सस्ती लोकप्रियता से युवाओं को बचाने के लिए दिवंगत बंसी बोस के याद में बंशी बोस म्यूजिक फाउंडेशन का गठन सन 2010 में लौहनगरी जमशेदपुर में की गयी थी. स्वर्गीय बोस के स्मृति में संस्था शास्त्रीय संगीत एवं उप शास्त्रीय संगीत के धरोहर के व्यापक प्रचार प्रसार हेतु लगातार प्रयासरत है साथ ही साथ भजन, ग़ज़ल, रबीन्द्र संगीत, नजरुल गीत जैसे पारंपरिक संगीत के कार्यक्रमों का समय समय पर आयोजन किया जाता है जिसमे विशेष रूप से बाल एवं युवा कलाकारों को अपना प्रतिभा दिखाने का मौका मिलता है. संस्था के कार्यक्रमों में प्रस्तुति देने के लिए शहर के प्रतिभावान कलाकारों को कोई भी शुल्क नहीं देना पड़ता है. (नीचे भी पढ़ें)

संस्था के द्वारा प्रत्येक वर्ष के वार्षिक कार्यक्रम में अन्तराष्ट्रीय स्तर के कलाकारों के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है जिसमे सितार वादक उस्ताद शहीद परवेज़, असीम चौधरी, देबोजीत चक्रवर्ती, शास्त्रीय गायक पंडिततुषार दत्ता, तबला वादक पंडित परिमल चक्रवर्ती, सरोद वादक अभिषेक लाहिरी, सरोद वादक देबांजन भट्टाचार्य, सितार वादक सुश्री मीता नाग, शास्त्रीय संगीत गायिका आइवी बनर्जी एवं शास्त्रीय गायक ओंकार दादरकर जैसे कलाकारों ने अपनी मनमोहक प्रस्तुति दी है.

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