जमशेदपुर : कोरोना काल में अभिनेता सोनू सूद मुसीबत में फंसे लाखों लोगों के लिए उम्मीद की किरण बनकर उभरे थे. लॉकडाउन के कठिन समय में उन्होंने मुसीबत में फंसे हज़ारो हज़ार लोगों को सहायता पहुंचाकर उनके दुःखों को कम करने में सहायता की थी. उन्होंने अपने बेमिसाल कार्यों की बदौलत ना केवल लाखों लोगों के दिलों में जगह बनाई, बल्कि लोग उन्हें “मसीहा” के नाम से भी जानने लगे है. लेकिन अब जल्द ही सोनू सूद की ऑटोबायोग्राफी आने वाली है, जिसका शीर्षक है-“आई-एम-नो मसीहा”.
सोनू सूद की बहुचर्चित ऑटोबायोग्राफी “आई-एम-नो-मसीहा” दिसंबर में पाठकों तक पहुंचेगी. सोनू सूद की ऑटोबायोग्राफी से जमशेदपुर का भी गहरा नाता जुड़ गया है. पिछले हफ्ते प्रकाशक पेंग्विन इंडिया ने अपने ट्विटर एकाउंट पर सोनू सूद का वीडियो जारी कर सोनू के ऑटोबायोग्राफी “आई-एम-नो-मसीहा” की जानकारी सार्वजनिक की. वीडियो में सोनू सूद ऑटोबायोग्राफी की जानकारी दे रहे है, वही वीडियो बैकग्राउंड में एक पेंटिंग नज़र आ रही है, जिसे जमशेदपुर के जाने माने अन्तराष्ट्रीय कलाकार अनुपम पाल ने बनाई है.
अनुपम पाल पिछले महीने सोनू सूद के आमंत्रण पर मुम्बई पहुंचे थे. उनके साथ जमशेदपुर के सोनारी निवासी आर्टिस्ट अर्जुन दास भी थे. इन लोगों ने उनको पेंटिंग समर्पित की थी. इस दौरान अनुपम पाल ने “लॉकडाउन होप” पेंटिंग उन्हें समर्पित की थी. मुम्बई जाकर सोनू सूद से मिलने के अपने यादगार अनुभवों के बारे में अनुपम पाल बताते हुए कहते है- “लॉकडाउन के दौरान सोनू सूद को केंद्रबिंदु में रख बनाई गयी पेंटिंग “लॉकडाउन होप” मैंने ट्वीट की थी, तब सोनू सूद ने सराहना करते हुए मुम्बई आकर उनसे मिलने का आमंत्रण दिया था. जब मुम्बई स्थित उनके आवास पर हमने पेंटिंग उनको गिफ्ट किया, तब उन्होंने पूछा था, आपने इस पेंटिंग में क्या दर्शाया है? सोनू सूद के सवाल का जबाब देते हुए मैंने उनसे कहा था कि लॉकडाउन में आपने जिस तरह मुसीबत में फंसे हज़ारो लोगों को उनके घर पहुंचने में मदद की थी, इसके लिए अब सभी लोग आपको मसीहा जैसा मानते है.
तब सोनू सूद ने हंसते हुए कहा था, “मैं कोई मसीहा नही, मैंने तो बस वही किया, जो सबको करना चाहिए.” अब उनके ऑटोबायोग्राफी “आई-एम-नो मसीहा” के घोषणा में मेरी पेंटिंग नज़र आ रही है. यह देख मैं बेहद उत्साहित महसूस कर रहा हूं. यह नि:संदेह समूचे जमशेदपुर का सम्मान बढ़ाने वाला मौका है.” सोनू सूद ट्विटर के माध्यम से ना केवल लोगों को मदद पहुंचाने की कोशिश करते है, बल्कि वह लगातार कलाकारों व युवाओं को प्रोत्साहित भी करते है. जमशेदपुर के कलाकार सुमन प्रसाद व अर्जुन दास के भी पेंटिंग्स की प्रशंसा सोनू सूद कर चुके है.