जमशेदपुर : पिछल कुछ दिनों से मौसम लगातार करवट ले रहा है, साथ ही कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिस हुई. इससे मार्च और अप्रैल माह की शुरुआत में लोगों को गर्मी से राहत तो मिली, पर उनकी जेब पर इसका असर जरुर पड़ गया. बेमौसम बरसात और राज्य में कुड़मियों के आंदोलन के कारण रेल यातायत पर प्रभाव पड़ा है. व्यापारियों को सब्जी मंगवाने के लिए यातायत व्यवस्था पर ज्यादा खर्च करना पड़ रहा है. साथ ही बरसात से राज्य के सब्जी किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा. (नीचे भी पढ़ें)
50 प्रतिशत से ज्यादा सब्जियां खेत में ही खराब हो गई. जिसका नतीजा यह हुआ कि सब्जी की कीमतों में भारी उछाल देखने को मिल रहा है. पिछले महीने तक जहां ज्यादातर सब्जियों के दाम 20 से 30 रुपए प्रति किलो के बीच थी. वहीं अब इनकी कीमत 50 से 60 रुपए प्रति किलो के बीच हो गई है. इसका सीधा असर आम लोगों की थाली पर दिख रहा है. लोगो की थाली से सब्जी भी गायब हो रही है. एक ओर तो गैस और पेट्रोल-डीजल की कीमतों ने लोगों को परेशान कर रखा है. वहीं बढ़ती मंहगाई में सब्जी की कीमतों में उछाल से लोग त्रस्त हैं. स्टेशन गाराबास और डीबी रोड सब्जी मार्केट में सब्जी इन दरों पर उपलब्ध है. (नीचे भी पढ़ें)
परवल – 50-60 रुपए प्रति किलो
लौकी – 30-40 रुपए प्रति किलो
गाजर – 30 रुपए प्रति किलो
बीन्स – 30-40 रुपए प्रति किलो
बीट – 20-30 रुपए प्रति किलो
भिंडी – 50-60 रुपए प्रति किलो
सहजन – 30 रुपए प्रति किलो
टमाटर – 50-60 रुपए प्रति किलो
आलू – 18-20 रुपए प्रति किलो
प्याज – 20 रुपए प्रति किलो
फूलगोभी – 15-20 रुपए प्रति पीस
पत्तागोभी – 15 रुपए प्रति किलो
बैंगन – 40 रुपए प्रति किलो
हरी मिर्च – 120 रुपए प्रति किलो
खीरा – 30 रुपए प्रति किलो
नींबू – 4-5 रुपए प्रति पीस
लहसून – 120 रुपए प्रति किलो
अदरक – 90-100 रुपए प्रति किलो
करेला – 60-80 रुपए प्रति किलो
नेनुआ – 50-60 रुपए प्रति किलो
मूली – 30 प्रति रुपए किलो
शिमला मिर्च – 40-50 प्रति किलो