जमशेदपुर : भारत में बर्ड फ्लू की आशंकाओं के बीच एक बड़ा मामला जमशेदपुर में सामने आया है. जमशेदपुर के रमणिक स्थल जुबिली पार्क में कौओं की मौत हो गयी है. करीब पांच कौओं की लाश जुबिली पार्क में पायी गयी है. इसके तहत जुबिली पार्क के जमशेदजी नसरवानजी टाटा की प्रतिमा के पास दो कौएं, जमशेदजी टाटा की प्रतिमा की ओर जाने वाले रास्ते पर दो कौएं और तालाब के पास एक कौएं मृत पाये गये है. इन पांच कौओं की मौत की खबर मिलते ही टाटा स्टील की शत-प्रतिशत सब्सिडियरी वाली कंपनी टाटा स्टील यूटिलिटीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी (जुस्को) के अधिकारियों ने शव को अपने कब्जे में लेकर इसकी पूरी जानकारी जमशेदपुर के पशुपालन विभाग के अधिकारियों को दी है. पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने इसको पैकिंग कर रांची स्थित फोरेंसिक लैब भेज दे रही है, जहां से इसके सैंपल को बर्ड फ्लू की जांच करने के लिए पुणे भेजा जायेगा. वहां से रिपोर्ट आने के बाद ही यह साफ हो पायेगा कि बर्ड फ्लू से मौत हुई है या नहीं. फिलहाल, जुबिली पार्क में कौओं की मौत से हड़कंप मच गया है. अफरा-तफरी और बर्ड फ्लू की आशंका को देखते हुए जमशेदपुर के पशुपालन पदाधिकारी डॉ सुनील कुमार सिन्हा ने हाइलेबल बैठक की है. इस बैठक में कोल्हान प्रमंडल के क्षेत्रीय पदाधिकारी भी शामिल थे. क्षेत्रीय पदाधिकारी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक के दौरान सबको अलर्ट किया गया. इसके बाद बाद बर्ड फ्लू को लेकर ज्यादा सख्ती और जांच को जारी रखने की तैयारी की गयी है. इसको लेकर पूरे जमशेदपुर में अलर्ट किया गया है. पक्षियों की मौत होने की खबर तत्काल देने को कहा गया है. इसके बारे में जानकारी देते हुए पशुपालन पदाधिकारी डॉ सुनील कुमार सिन्हा ने बताया है कि जुबिली पार्क में कौओं की मौत की खबर जुस्को के अधिकारियों ने दी है. उसके सैंपल को मंगाया गया है. सैंपल आने के बाद उसको जांच के लिए पहले रांची और रांची से फिर पुणे वायरोलॉजी लैब भेजा जायेगा, जहां उसके सैंपल की जांच की जायेगी. इसको लेकर हम लोगों ने सतर्कता बरती है और लोगों को भी सतर्क रहने की अपील की है.
पहले भी हो चुकी है जमशेदपुर में कौओं की मौत
जमशेदपुर में पहले भी कौओं की मौत हो चुकी है. इससे पहले बड़े पैमाने पर जुबिली पार्क और जमशेदपुर के आसपास के इलाके में कौओं की मौत होती रही थी. इसको लेकर कई बार स्वास्थ्य विभाग की टीम जांच कर चुकी थी, लेकिन सही बातें सामने नहीं आ पायी थी कि आखिर किस तरह से मौत हुई थी. वैसे जुबिली पार्क में पहले मछलियों की भी लगातार मौत होती रही है.