जमशेदपुर: बिष्टुपुर जी टाउन गुरुद्वारा में चल रहे विवाद के बीच शनिवार को दोनों गुट आमने सामने हो गए. यहां दोपहर डेढ़ बजे प्रधान प्रकाश सिंह पप्पी, महासचिव त्रिलोक सिंह, हरभजन सिंह पनेसर, हरदयाल सिंह गोलक (दानपेटी) खोलकर बैठ गए. जब इसकी जानकारी दूसरे खेमे की ओर से बनी समानांतर कमेटी के प्रधान गुरचरण सिंह भोगल अपने दोनों भाइयों को लेकर गुरुद्वारा साहिब पहुंच गए. उन्होंने इसका विरोध किया. देखते ही देखते प्रकाश खेमे से ट्रस्टी नवतेज सिंह भी आ गए. भोगल के समर्थन में भी पूर्व प्रधान अमरजीत सिंह, दलजीत सिंह, उत्तमजीत सिंह,, हरदेव सिंह, हरजीत सिंह, सिख स्त्री सत्संग सभा की चेयरपर्सन परमिंदर कौर पहुंच गए. गोलक खोलने को लेकर दोनों ओर से जिच चली. सूचना है कि इस दौरान भोगल से धक्का-मुक्की भी की गई. हंगामे की सूचना पर बिष्टुपुर थाना की पुलिस गुरुद्वारा पहुंच गई. मामला शांत करा दोनों पक्षों को बिष्टुपुर थाना ले जाया गया. सूचना पाकर सीजीपीसी प्रधान गुरमुख सिंह मुखे, अमरजीत सिंह अंबे, प्रदेश गुरुद्वारा के प्रधान सरदार शैलेंद्र सिंह भी थाना आ गए. यहां दो बजे से तीन बजे तक करीब एक घंटे हाई वोल्टेज ड्रामा चला.(नीचे भी पढे)

गोलक खोलने का भोगल एंड टीम विरोध कर रहे थे. साथ ही यह भी आरोप लगाया गया कि नवतेज अपने साथ बाहरी असमाजिक तत्वों को लेकर पहुंचे, जिनके द्वारा भोगल पर हमला बोला गया. बिष्टुपुर गुरुद्वारा के ट्रस्टियों पर भी सवाल उठाए गए. अंतत: हो हंगामे के बीच थाना के दारोगा विकास जायसवाल की मौजूदगी में यह तय हुआ कि यहां के विवाद को समाप्त करने के लिए दोनों धड़ों से पांच-पांच मेंबरों को शामिल करके विवाद को समाप्त किया जाए. इस पर तय हुआ कि शीघ्र ही दोनों पक्षों की आपसी बैठक की जाएगी, अगर फिर भी कोई हल नहीं निकलता है आगे पुलिस कानूनी कार्रवाई करने के लिए स्वतंत्र होगी. तब दोनों पक्षों में लिखित सुलहनामा भी थाना में तैयार किया गया. उधर, इस समझौते को लेकर आगामी बैठक में भी जिच होने की संभावना है, इसकी पहल कौन करेगा, यह चर्चा समाज में बनी हुई है. सिख समाज के बड़े नेता भी इस वक्त दो टुकड़ों में बंटे हुए हैं. बहरहाल, इसके पूर्व भी बिष्टुपुर गुरुद्वारा का विवाद भी कई बार थाना पहुंच चुका है. अब तक इस मामले का कोई हल नहीं निकला है.