जमशेदपुर : भाजपा के जमशेदपुर महानगर के पूर्व जिला अध्यक्ष बिनोद सिंह को जमशेदपुर के रेलवे कोर्ट ने जेल भेज दिया. उनके खिलाफ वर्ष 2002 में एक मुकदमा लंबित था. उस वक्त भाजपा के जिला अध्यक्ष अभय सिंह होते थे, जो अब झारखंड विकास मोरचा के केंद्रीय महासचिव है. अभय सिंह के साथ उन्होंने टाटानगर रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया था. दरअसल, टाटानगर रेलवे स्टेशन के जीआरपी थाना में कांग्रेस के नेता बलदेव सिंह ने 13 जनवरी 2002 में रंगदारी का मुकदमा अभय सिंह, बिनोद सिंह, बागबेड़ा के तत्कालीन भाजपा मंडल अध्यक्ष कृष्णा उपाध्याय समेत अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दायर किया गया था. इस मामले में पुलिस ने भाजपा के तत्कालीन मंडल अध्यक्ष कृष्णा उपाध्याय को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. इस केस को दायर करने के खिलाफ अभय सिंह, बिनोद सिंह समेत अन्य लोगों ने टाटानगर रेलवे स्टेशन के रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया था. ट्रैक को जाम करने को लेकर टाटानगर रेलवे जीआरपी की ओर से एक मुकदमा दायर कर दिया गया था. सरकारी काम में बाधा का मुकदमा दायर किया गया था. बिनोद सिंह को छोड़कर शेष सारे लोग इस मामले में बरी हो चुके है, लेकिन बिनोद सिंह कोर्ट में हाजिर नहीं हुए थे. लिहाजा, उनके खिलाफ वारंट जारी कर दिया गया था.
कार्यकर्ताओं और पार्टी की लड़ाई लड़ा था, कोर्ट का सम्मान किया, जेल गये : बिनोद सिंह
भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष बिनोद सिंह ने कहा है कि इस मामले में सभी लोग बरी हो चुके हैं, लेकिन कुछ निजी व सांगठनिक कार्यों में व्यस्तता के कारण वे न्यायालय में उपस्थित नहीं ही पाया था. आज, जब उन्होंने न्यायपालिका का सम्मान करते हुए आत्मसमर्पण किया, तो मुझे जेल भेजा जा रहा है. कार्यकर्ताओं व पार्टी के सम्मान के लिए उन्होंने कई लड़ाइयाँ लड़ी हैं, एक बार पहले भी अंचलाधिकारी कार्यालय में भ्रष्ट्राचार के खिलाफ लड़ाई में, मुझे 17 दिनों तक जेल में रहना पड़ा था। लेकिन, यह दौर भी, मेरे इरादों को, मेरे विश्वास को, और मेरे जज्बे को डिगा नहीं पायेगा. जनता के मुद्दों पर, और कार्यकर्ताओं के सम्मान की लड़ाई हम लड़ते रहे हैं, लड़ते रहेंगे. जीवन के इस कठिन दौर में, आप सभी मित्रों, सहयोगियों व शुभचिंतकों से सहयोग की अपेक्षा है.