जमशेदपुर : जमशेदपुर के अस्पतालों में आयुष्मान और इएसआइ कार्डधारकों को इलाज के लिए किस कदर भटकना पड़ता है, यह इन कार्डधारकों को ही पता हो. ताजा मामला मानगो से आगे कपाली के तामोलिया (सरायकेला-खरसावां जिला) ब्रह्मानंद अस्पताल का है जहां एक इएसआइ कार्डधारक मोनेश सिंह की 10 वर्षीय बच्ची रंजना कुमारी की मौत हो गई. परिजनों ने बच्ची की मौत का कारण अस्पताल प्रबंधन पर लगाया है. परिजनों का कहना है कि रंजना की मौत अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के कारण हुआ है. इसको लेकर परिजनों ने कुछ देर हंगामा भी किया. रंजना के पिता मोनेश सिंह ने बताया कि वे टाटा स्टील कंपनी में ठेकेदारी में काम करते है. उनके पास इएसआइ कार्ड है.
अपने परिवार के साथ वह बिरसानगर जोन नंबर चार स्थित संडे मार्केट के पास रहते है. एक माह पहले उनकी बेटी रंजना को छाती में दर्द की शिकायत हुई थी. दर्द की शिकायत लेकर रंजना को आदित्यपुर स्थित इएसआइ अस्पताल में भर्ती कराया गया था. यहां डॉक्टरों ने जांच के बाद कहा कि बच्ची का इलाज इएसआइ अस्पताल में नहीं हो सकता. इएसआइ से बच्ची को ब्रह्मानंद अस्पताल रेफर कर दिया. यहां डॉक्टरों ने बताया कि बेटी के फेफड़ों में पानी भर गया है, ऑपरेशन करना पड़ेगा. उस वक्त डॉक्टर छुट्टी पर थे तो अस्पताल प्रबंधन की ओर से कहा गया कि डॉक्टर आने के बाद इलाज किया जाएगा, तब तक बच्ची को घर ले जाए. डॉक्टर आने के बाद उसे फिर से अस्पताल में भर्ती कराया गया. ऑपरेशन की तारीख के लिए अस्पताल प्रबंधन आनाकानी करता रहा. इस बीच बच्ची को अस्पताल में रखकर सिर्फ तीन वक्त का खाना दिया जाता था. मंगलवार को बच्ची का ऑपरेशन होना था. सुबह से उसे भूखा रखा गया. ऑपरेशन के बाद डॉक्टरों ने मांस का एक लोथड़ा दिखाया और कहा की इसी के कारण बच्ची के सीने में दर्द था, साथ ही बच्ची के मौत की भी बात बताई. फिलहाल परिजन बच्ची के शव को अंतिम संस्कार के लिए घर ले गए.