जमशेदपुर : सिंहभूम चैम्बर आफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री एवं व्यापार मंडल के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार को कृषि मंत्री बादल पत्रलेख का पुतला दहन किया गया. इस संदर्भ में जानकारी देते हुये सचिव, व्यापार एवं वाणिज्य अनिल मोदी ने बताया कि झारखण्ड सरकार द्वारा कृषि उत्पादन बाजार समिति पर लगाये गये दो प्रतिशत शुल्क के विरोध में पूरे प्रदेश के व्यापारी आंदोलनरत हैं. इसी आंदोलन के क्रम में व्यापारीगण सैकड़ों की संख्या में चैम्बर भवन में एकत्रित हुये एवं जुलूस की शक्ल में नारे लगाते हुये जमशेदपुर के बिष्टुपुर स्थित लाइट सिग्नल चौक पहुंचे और कृषि मंत्री बादल पत्रलेख का पुतला दहन किया. इस दौरान व्यापारी, भ्रष्टाचार बढ़ाने वाला कानून वापस लो, महंगाई बढ़ाने वाला कानून वापस लो, व्यापारियों के भविष्य से खिलवाड़ बंद करो, जनविरोधी काला कानून वापस लो, आदि नारे लगाते रहे. अध्यक्ष विजय आनंद मूनका ने बताया कि चैम्बर एवं व्यापार मंडल द्वारा जमशेदपुर के सभी क्षेत्रों के खाद्यान्न व्यवसायियों को इस पुतला दहन कार्यक्रम में भारी संख्या में शामिल होने हेतु अपील किया गया था जिससे झारखण्ड सरकार तक इस विरोध की आवाज बुलंद हो सके. उन्होंने बताया कि पुतला दहन का कार्यक्रम राज्य के सभी जिलों में किया गया. (नीचे भी पढ़ें)
जमशेदपुर में इसकी कमान सिंहभूम चैम्बर ऑफ कॉमर्स ने थामी और जबतक यह काला कानून सरकार द्वारा वापस नहीं ले लिया जाता तबतक इसका विरोध चैम्बर के नेतृत्व में जारी रहेगा. सचिव अनिल मोदी ने बताया कि इस जनविरोधी कानून के विरोध में जारी आंदोलन के अगले चरण में व्यापारियों द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन सौंपा जायेगा एवं 15 फरवरी को पूरे जमशेदपुर के सभी क्षेत्रों के खाद्यान्न व्यापारी (थोक, खुदरा, फुटकर) एक दिन के लिये अपनी दुकानें बंद रखेंगे. इस हेतु शहर के सभी बाजारों में जन जागरण अभियान चलाया जायेगा और व्यापारियों से इस बंद को सफल बनाने की अपील की जायेगी. आंदोलन के अगले चरण में 15 फरवरी से पूरे प्रदेष में खाद्यान्न की आवक-जावक अनिश्चितकाल के लिये बंद कर दी जायेगी. झारखण्ड फेडरेशन एवं सिंहभूम चैम्बर के आव्हान पर सभी व्यापारी इस आंदोलन की सफलता के लिये कृत संकल्पित हैं. उपाध्यक्ष, व्यापार एवं वाणिज्य नितेष धूत ने कहा कि व्यापारियों ने इस जुलूस में शामिल होकर सरकार को यह संदेष दे दिया है कि वे पूरी तरह एकजुट हैं और इस जनविरोधी बाजार शुल्क के खिलाफ सरकार के विरोध में अपना आंदोलन जारी रखेंगे. (नीचे भी पढ़ें)
आंदोलन में चैम्बर अध्यक्ष विजय आनंद मूनका, मानद महासचिव मानव केडिया, उपाध्यक्ष व्यापार एवं वाणिज्य नितेष धूत, सचिव व्यापार एवं वाणिज्य अनिल मोदी, कोषाध्यक्ष किषोर गोलछा, सुरेष सोंथालिया, सत्यनारायण अग्रवाल, व्यापार मंडल के अध्यक्ष दीपक भालोटिया, उपाध्यक्ष पवन नरेडी, सचिव करण ओझा, रामू देबुका, पवन शर्मा, विजय सरायवाला, नवलकिषोर वर्णवाल, मनोज अगीवाल, राजेष अगीवाल, हनुमान भंडार, बंटी, कुंजबिहारी अग्रवाल, चन्द्रप्रकाष शुक्ला, कन्हैया लाल नागेलिया, रौनक सिंह, बिजय अग्रवाल, अजय अग्रवाल, केषव अग्रवाल, आषीष शर्मा, सुरेन्द्र कुमार, भीमसेन शर्मा, संतोष अग्रवाल, राजू अगीवाल, बबलू प्रसाद, अनिल अग्रवाल, मनोज गोयल, अजय कांवटिया, प्रकाष सचदेवा, बिनोद मित्तल, श्याम चेतानी, पवन अग्रवाल के अलावा जुगसलाई, बिष्टुपुर, साकची, सोनारी, कदमा, गोलमुरी, मानगो, बर्मामाइंस, परसुडीह इत्यादि के व्यापारीगण काफी संख्या में उपस्थित थे.