जमशेदपुर : सिंहभूम चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के नेतृत्व में बुधवार को परसुडीह कृषि उत्पादन बाजार समिति तथा जमशेदपुर जिले के अन्य खाद्यान्न व्यवसायी प्रातः रांची कूच करेंगे तथा फेडरेशन चैम्बर में राज्यभर के व्यवसायिक संस्थाओं तथा खाद्यान्न व्यवसायियों के साथ आयोजित बैठक में हिस्सा लेंगे. यह जानकारी सिंहभूम चैंबर के वाणिज्य उपसमिति और व्यापार सचिव अनिल मोदी ने दी. (नीचे भी पढ़े)
उन्होंने बताया कि जिले के खाद्यान्न व्यवसायी चैम्बर में आयोजित बैठक में लिये गये निर्णय के अनुसार अध्यक्ष विजय आनंद मूनका के नेतृत्व में प्रातः रांची के लिये कूच करेंगे तथा वहां फेडरेशन चैम्बर में आयोजित बैठक में हिस्सा लेंगे जहां झारखण्ड सरकार द्वारा कृषि बाजार उत्पादन समिति पर दो प्रतिशत बाजार शुल्क लगाये जाने वाले विधेयक को पारित किये जाने के विरोध में आगे आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जायेगी और पुरजोर आंदोलन करते हुये सरकार को इसके लिये बाध्य करेगी. (नीचे भी पढ़े)
अगर सरकार इसके बाद भी इस काले विधेयक को वापस नहीं लेती है तो व्यापारीगण पूरे राज्यभर में खाद्यान्न के आवक को भी बंद करने का निर्णय ले सकती है. मानद महासचिव मानव केडिया ने कहा कि सिंहभूम चैम्बर हमेशा व्यापारीहित एवं जनहित के साथ खड़ी है. इस विधेयक के लागू होने से व्यापारी ही नहीं आम जनता पर भी इसका सीधा असर होगा और इंस्पेक्टर राज को बढ़ावा मिलेगा. बाजार शुल्क के लगाये जाने के उपरांत सीमावर्ती राज्य के थोक विक्रेता झारखण्ड राज्य में प्रचुर मात्रा में माल बेचेंगे जिससे कि झारखण्ड सरकार को जीएसटी से हो रहे राजस्व की प्राप्ति में भारी क्षति होगी. (नीचे भी पढ़े)
उपाध्यक्ष, व्यापार एवं वाणिज्य नितेष धूत ने बताया कि इस काले विधेयक को लेकर खाद्यान्न व्यापारियों के बीच काफी रोष उत्पन्न हुआ है. पूर्व में सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों के द्वारा व्यापारियों को आश्वासन दिया गया था कि कृषि बाजार विपणन समिति पर प्रस्तावित दो प्रतिशत मंडी शुल्क को लागू नहीं किया जायेगा. लेकिन दोबारा से लागू कर दिया गया है. यह व्यापारियों के साथ ही नहीं आम जनता के साथ भी धोखा है. इसके विरोध के लिये खाद्यान्न व्यवसायियों को एकजुट किया जायेगा और पूरे राज्यभर में आंदोलन किया जायेगा. इसके लिये आज व्यवसायियों ने चैम्बर भवन में एकजुटता का परिचय देते हुये नारे भी लगाये.