जमशेदपुर : वर्षों से बंद पड़ी केबुल कंपनी के कर्मचारियों के साथ जमशेदपुर पश्चिम के विधायक सरयू राय ने रविवार को बैठक कर उन्हें उनका हक दिलाने का ऐलान किया है. सरयू राय ने साफ कर दिया है कि केबुल कंपनी के मजदूरों का बकाया देनेवाली कंपनी का ही समर्थन किया जाएगा अन्यथा जमीन सरकार अधिग्रहित करे और कर्मियों का बकाया भुगतान करे. साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि अगर सरकार ऐसा कर पाने में असमर्थ होती है तो मजदूरों के बकाए के एवज में कंपनी की जमीन मजदूरों को आवंटित कर दी जाये. सरयू राय ने सरकार से इस संदर्भ में वार्ता कर प्रस्ताव रखने की बात कही है. (नीचे भी पढ़ें व देखें वीडियो)
श्री राय ने कहा कि कंपनी को टाटा चलाये या बाटा, इसमें उनकी रुचि नहीं है, बल्कि उनकी रुचि इस बात में है कि यहां के कामगारों का बकाया भुगतान हो. कंपनी के कामगारों का करीब 300 करोड़ रुपये बकाया है. उन्होंने कहा कि यदि जमीन अधिग्रहित कर सरकार उन्हें बकाया भुगतान कर पाने में असमर्थता जताती है, तो यह भी निर्णय लिया गया है कि एक कमेटी का गठन कर जितने कामगार हैं व जिनका जितना बकाया है, उस हिसाब से कंपनी की 177 एकड़ भूमि का कामगारों के बीच बंटवारा किया जाना चाहिए. इस पर भी बैठक में सहमति बनी है. विधायक सरयू राय ने कहा कि इस मसले पर वह सरकार से बात कर प्रस्ताव रखेंगे.