जमशेदपुर : केंद्र और राज्य सरकार भले लाख दावे कर ले, लेकिन वैश्विक महामारी काल में जिस तरह लोगों के रोजगार गए, उसके बाद जन-जीवन पूरी तरह से पटरी पर लौटने से पहले ही निजी स्कूलों ने अभिभावकों पर फीस जमा करने को लेकर अनावश्यक दबाव बनाना शुरू कर दिया. निजी स्कूलों के मामले में सरकार का रुख अब तक स्पष्ट नहीं किया गया है, जिससे अभिभावक किंकर्तव्यविमूढ़ हैं. उधर फीस को लेकर निजी स्कूल प्रबंधन अभिभावकों पर लगातार दबाव बना रहे हैं. जिसका खामियाजा बच्चों को उठाना पड़ रहा है. इधर शनिवार को जमशेदपुर के मानगो स्थित शेन इंटरनेशनल स्कूल के अभिभावक जिला शिक्षा अधीक्षक (डीएसई) के कार्यालय पहुंच स्कूल पर वार्षिक फीस जमा करने के लिए अभिभावकों को दबाव बनाए जाने का आरोप लगाते हुए जिला शिक्षा अधीक्षक से इंसाफ की गुहार लगाई है. हालांकि निजी स्कूलों के मामले में न तो झारखंड सरकार ना ही शिक्षा मंत्री अब तक कोई निर्णय ले पाए हैं. जबकि केंद्र सरकार की ओर से केवल ट्यूशन फीस लेने का ही आदेश जारी किया गया है, लेकिन निजी स्कूल प्रबंधन ना तो केंद्र सरकार का आदेश मान रहे, न ही राज्य सरकार का आदेश. ऐसे में नौकरी और रोजगार गंवा चुके अभिभावकों के समक्ष बच्चों के भविष्य को लेकर ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है.
Jamshedpur : शेन इंटरनेशनल स्कूल में सालाना फीस के लिए दबाव बनाये जाने का मामला पहुंचा डीएसई के पास, अभिभावकों ने लगाई इंसाफ की गुहार
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