जमशेदपुर : कृषि बिल 2020 के विरोध में दिल्ली बॉर्डर पर पिछले एक महीने से भी अधिक समय से किसान धरने पर बैठे हैं कई दौर की वार्ता के बाद भी ना तो किसान पीछे हटने को तैयार हैं ना ही केंद्र सरकार. धीरे- धीरे बिल के विरोध में देश के अलग-अलग राज्यों में भी किसानों के समर्थन में राजनीतिक दल से लेकर आम लोग केंद्र सरकार के विरोध में आंदोलन तेज कर दिया है. इधर झारखंड के जमशेदपुर में सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के आह्वान पर कृषि बिल 2020 के विरोध में एक विशाल रैली साकची गुरुद्वारा से लेकर भगवान बिरसा मुंडा गोल चक्कर तक निकाली गई, जो भगवान बिरसा मुंडा गोल चक्कर पर पहुंचकर सभा में तब्दील हो गई व धरना दिया गया. (नीचे भी पढ़ें)
वैसे इन्हें कई राजनीतिक दलों ने भी अपना नैतिक समर्थन दिया और इनके साथ सभा में शरीक हुए. आंदोलन का नेतृत्व कर रहे भगवान सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार किसानों के साथ वार्ता करें और किसानों की मांगों को माने अन्यथा 26 जनवरी तक उनका यह आंदोलन चरणबद्ध तरीके से जारी रहेगा. वहीं सीजीपीए के पूर्व प्रमुख गुरमुख सिंह मुखे ने भी किसानों के समर्थन में आंदोलन जारी रखने का ऐलान किया है. कुल मिलाकर कृषि बिल 2020 का विरोध लगातार हो रहा है. ऐसे में अब केंद्र सरकार और आंदोलनरत किसानों के बीच वार्ता पर सबकी निगाहें टिकी है.