जमशेदपुर : सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान भगवान सिंह ने चुनाव जीतने के ठीक एक माह बाद अपनी कमेटी का विस्तार कर दिया है. रविवार को सीजीपीसी कार्यालय में आयोजित बैठक में सरदार शैलेन्द्र सिंह एवं गुरमीत सिंह तोते को चेयरमैन बनाया गया जबकि इंद्रजीत सिंह, अमरप्रीत सिंह काले एवं गुरदीप सिंह पप्पू को संरक्षक बनाया गया है. तार कंपनी गुरुद्वारा के अमरजीत सिंह व सुरजीत सिंह नयी कमेटी में महासचिव की भूमिका में होंगे, जबकि गुरनाम सिंह व ताजबीर सिंह कोषाध्यक्ष बनाये गये हैं. बलजीत संसोआ व त्रिलोचन सिंह को प्रेस प्रवक्ता की जिम्मेवारी सौंपी गयी है. साकची गुरुद्वारा के प्रधान निशान सिंह के अलावा नरेंद्रपाल सिंह, महेंदर सिंह, चंचल सिंह और कुलदीप सिंह को कमेटी में वरीय उपाध्यक्ष बनाया गया है. (नीचे भी पढ़ें)
कमेटी विस्तार के उपरांत अपने अभिभाषण में प्रधान भगवान सिंह ने कहा कि काफ़ी गहन विचार विमर्श के बाद कमेटी का विस्तार किया गया है और वे सभी कमेटी सदस्यों से आशा करते हैं कि वे कौम की समृद्धि के लिए निरंतर सेवा करते रहेंगे. उन्होंने कहा कि यह कमेटी उनकी नहीं, सिख संगत की है और धार्मिक और सामाजिक कार्यों के लिए सदैव समर्पित रहेगी. चेयरमैन सरदार शैलेन्द्र सिंह ने कहा कि हालांकि कमेटी में सभी को स्थान देने की कोशिश की गई है, फिर भी यदि कोई नाम अनजाने में छूट गया हो तो उनको आगे योग्यता अनुसार जगह देने का प्रयास किया जा सकता है. इसके अलावा विभिन्न कमेटियों का भी गठन किया गया है, जिसमें बड़ी संख्या में सदस्यों को स्थान दिया गया है. (नीचे भी पढ़ें)
इसके अलावा जनरल बॉडी में रणजीत सिंह माथारू एवं बलविंदर सिंह को ऑडिटर बनाया गया है, साथ ही बैठक में समाज सुधार के लिए पूर्व में बनाये गए सभी नियमों को कड़ाई से लागू कर इसका पालन करने का निर्णय लिया गया. बैठक में कमेटी के संविधान में उत्पन्न त्रुटियों को दूर करने के लिए संविधान संशोधन का भी निर्णय लिया गया. इसके साथ ही किसी सदस्य द्वारा कमेटी के नियमों का उल्लंघन किये जाने की स्थिति में सीजीपीसी प्रधान सरदार भगवान सिंह को उस पर कार्रवाई करने के लिए अधिकृत किया गया. बैठक में सभी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटियों के पदाधिकारी एवं सेंट्रल सिख स्त्री सत्संग सभा की प्रधान सुखजीत कौर, चेयरमैन कमलजीत कौर, दलबीर कौर, महासचिव रविंदर कौर, सुखवंत कौर, अकाली दल के प्रधान सुखदेव सिंह, राम किशन सिंह, रविंदर सिंह एवं कई अन्य लोग शामिल थे.