जमशेदपुर : जमशेदपुर में सेंट्रल गुरद्वारा प्रबंधक कमेटी में प्रधान पद को लेकर चल रहा विवाद एक बार फिर सड़क पर आ गया. जहां गुरुचरण सिंह बिल्ला के समर्थक और सीजीपीसी के प्रधान गुरमुख सिंह मुखे के बीच जमकर मारपीट हुई. जहां पुलिस के हस्तक्षेप के बाद मामला हुआ शांत कराया गया. वहीं दोनों तरफ से प्राथमिकी दर्ज कराई जा रही है. (नीचे भी पढ़ें)
साकची स्थित सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के कार्यालय में गुरुचरण सिंह बिल्ला के समर्थक जबरन घुसकर हंगामा करने लगे. जहां हंगामा का विरोध सीजीपीसी के प्रधान गुरमुख सिंह एवं उनके समर्थकों द्वारा किया जा रहा था. वहीं इस बीच दोनों के बीच जमकर हाथापाई हुई. जहां पुलिस के हस्तक्षेप के बाद दोनों के समर्थको को अलग किया गया. (नीचे भी पढ़ें)
वहीं गुरचरण सिंह बिल्ला समर्थक कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए और वर्तमान प्रधान पर कई गंभीर आरोप लगाते रहे. जहां मीडिया से बात करते हुए गुरचरण सिंह बिल्ला ने कहा, कि वर्तमान प्रधान सिख संगत के सेवादार पर जानलेवा हमला करने का आरोपी है जिसे पटना साहिब तक ने पद मुक्त किया था और 15 महीने जेल खटके आने के बाद गुरमुख सिंह मुखे फिर से प्रधान पद पर जबरन काबिज हो गया है. जिसका विरोध हम लोगों के द्वारा किया जा रहा है. वहीं सीजीपीए के कार्यालय में आपराधिक चरित्र के लोगों का जमावड़ा प्रधान के द्वारा लगवाया जाता है. जहां हम जिला प्रशासन से कार्यालय में धारा 144 लगाने की मांग कर रहे हैं. (नीचे भी पढ़ें)
वहीं इस संदर्भ में सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान गुरमुख सिंह मुखे ने कहा, कि गुरुचरण सिंह बिल्ला कई आपराधिक चरित्र के लोगों को लेकर कार्यालय में जबरन घुसे और हमारे कार्यालय के पदाधिकारियों पर जानलेवा हमला किया है. जिसमें दो लोग को चोट भी लगी है. वही इस पूरे मामले की शिकायत हम जिला प्रशासन से कर दोषियों पर उचित कार्रवाई करने की मांग करेंगे.