जमशेदपुर : भारत और चीन की सीमा पर चीन के हमले में मारे गये 20 जवानों में जमशेदपुर के ग्रामीण इलाके बहरागोड़ा का गणेश हांसदा और झारखंड के साहेबगंज का जवान कुंदनकांत ओझा भी शामिल है. गणेश हांसदा और कुंदनकांत ओझा का पूरे सम्मान के साथ शव को लाया गया. रांची एयरपोर्ट पर सेना के विमान से सेना के वरीय अधिकारियों की मौजूदगी में शहीद हुए जवानों का शव लाया गया. रांची एयरपोर्ट पर उनको राज्य सरकार, सेना के अधिकारियों की ओर से सलामी दी गयी. इस दौरान उनको अंतिम विदाई देने के लिए राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन समेत राज्य सरकार के कई कैबिनेट मंत्री और तमाम अधिकारियों का दल पहुंचा.
इन लोगों ने उनको सलामी दी. यहां सेना की ओर से सलामी भी दी गयी. इस दौरान सभी ने बहादुर जवानों को सलामी दी और उनके पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित किया. सैनिक सम्मान के साथ यह सलामी दी गयी. इस दौरान सभी ने दिवंगत जवानों को अश्रुपूर्ण विदाई दी. पार्थिव शरीर को रांची से लाकर नामकुम स्थित सेना के शिविर में रखा गया, जहां से शुक्रवार को शव को जमशेदपुर के लिए सड़क मार्ग से रवाना किया जायेगा.
सुबह करीब साढ़े सात बजे जमशेदपुर के मानगो से होते हुए पार्थिक शरीर बहरागोड़ा तक जायेगा, जहां उनके अंतिम दर्शन के लिए रखा जायेगा. बहरागोड़ा के उस गांव में भी इसके लिए चाक चौबंद व्यवस्था दी गयी है. गांव में ही सेना की ओर से श्रद्धांजलि दी जायेगी जबकि उनका अंतिम संस्कार किया जायेगा. उनका शव को लाने और ले जाने के लिए बंदोबस्त किये गये है जबकि सेना के सारे नियमों के तहत ही उनका अंतिम संस्कार किया जायेगा. यहां जिला पुलिस की ओर से भी अंतिम सलामी दी जायेगी. इसको लेकर तैयारियां पूरी कर ली गयी है.