जमशेदपुर : जमशेदपुर के सिविल सर्जन ने 2005 में बिहार के झंझापुर विधानसभा से समाजवादी पार्टी का टिकट लेकर चुनाव लड़ा था. यह बातें जांच में सामने आ चुकी है. हालांकि तब वे जिले में फाइलेरिया पदाधिकारी के पद पर थे. यह खुलासा तब हुआ जब विधायक सरयू राय ने विधानसभा में यह सवाल पूछा. सर्वविदित है कि सरकारी सेवा में रहते हुए कोई व्यक्ति चुनाव नहीं लड़ सकता. या तो वह त्यागपत्र देकर चुनाव लड़ेगा या बिना त्यागपत्र दिये चुनाव लड़ने के लिए सरकार उस पर कार्रवाई करेगी. सरयू राय ने इस मामले मेंसवाल पूछा किक क्या यह बात सही है कि सरकारी सेवा में कार्यरत व्यक्ति त्यागपत्र स्वीकार हुए बिना विधानसभा चुनाव लड़ना, सिविल सर्विसेज कंडक्ट रुल के अनुसार अनुशासनात्मक दुराचारहै, जिसके लिए उसके खिलाफ सरकार विधिसम्मत कार्रवाई करती है. इसके जवाब में सरकार ने कहाकि यह सही बात है. उन्होंने दूसरा सवाल पूछा कि क्या यह बात सही है कि डॉ अरविंद कुमार लाल, संप्रति सिविल सर्जन पूर्वी सिंहभूम ने सरकारी सेवामेंपोटका का मेडिकल ऑफिसर रहते हुए 2005 में बिहार के 80 झंझारपुर विधानसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी के टिकट पर बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ा था और 2737 वोट प्राप्त किया था, जिसके जवाब में सरकार ने कहा है कि यह आंशिक तौर पर स्वीकारात्मक सवाल है. सरकार ने बताया हैकि डॉ एके लाल चिकित्सा पदाधिकारी, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र,जेरंग वैशाली, बिहार में19 जुलाई 1997 से 13 दिसंबर 2006 तक पदस्थापित थे. उक्त अवधि के दौरान डॉ लाल वर्ष 2005 में बिहार के 80 झंझारपुर विधानसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी के टिकट पर बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ा था. इस पर सरयू राय ने सवाल पूछा है कि क्या यह सही बात है कि यह मामला संज्ञान में लाये जाने के बावजूद सरकार ने डॉ अरविंद कुमार लाल पर कोई कार्रवाई नहीं किया है, उल्टे उन्हें प्रोन्नत कर सिविल सर्जन बना दिया गया है. सरकार ने इसके जवाब में कहा कि यह सवाल अस्वीकारात्मक है. सरकार ने बताया है कि वस्तुस्थिति यह है कि मामला संज्ञान में आने के बाद विभागीय संकल्प संख्या 751 (8) दिनांक 21 अक्तूबर 2019 के द्वारा डॉ अरविंद कुमार लाल के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही संचालित की गयी है. उक्त विभागीय कार्यवाही में संचालन सह विभागीय जांच पदाधिकारी से प्राप्त जांच प्रतिवेदन के समीक्षोपरांत डॉ लाल के सेवा समाप्ति के दंड पर कार्रवाई प्रक्रियाधीन है. डॉ लाल चिकित्सा पदाधिकारी, सिविल सर्जन कार्यालय पूर्वी सिंहभूम को विभागीय अधिसूचना के तहत 10 मार्च 2021 द्वारा सिविल सर्जन पूर्वी सिंहभूम का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. इस पर सरयू राय ने फिर पूछा है कि यदि सब सही है तो क्या डॉ एके लाल के विरुद्ध और उन्हें संरक्षण देने वाले अधिकारियों के खिलाफ विधिसम्मत कार्रवाई करने का विचार रखती है, हां तो कब तक, नहीं तो क्यों, इसका जवाब में सररकार ने कहा है कि कार्रवाई की जा रही है. आपको बता दें कि जब समाजवादी पार्टी का चुनाव डॉ एके लाल लड़े थे, तब समाजवादी पार्टी में ही वर्तमान स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता थे.