जमशेदपुर : प्रभु की कृपा हुई समाना, हो गया मैं पचास पुराना. उक्त कविता जमशेदपुर को-ऑपरेटिव कॉलेज के सभागार में आयोजित एकल काव्य पाठ के दौरान प्रयागराज के प्रख्यात कवि जयप्रकाश शर्मा उर्फ प्रकाश ने उपस्थित श्रोताओं को सुनाकर मंत्रमुग्ध कर दिया. इसके अलावा कवि जयप्रकाश शर्मा ने वर्तमान समय में शिक्षण संस्थान पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि घुसी राजनीतिक बवाला, क्या करे बंद हड़ताल न ताला. इसके अलावा अन्य भी कई तरह की मनमोहक कविता से कार्यक्रम में उपस्थित शिक्षकों व छात्रों को मंत्रमुग्ध कर दिया. इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत कवि जयप्रकाश शर्मा, महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अमर सिंह, डॉ अन्तरा कुमारी, डॉ सुनीता सहाय के द्वारा दीप प्रज्जवलित कर की गयी. इस दौरान महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अमर सिंह के द्वारा कवि जयप्रकाश शर्मा को शॉल व पौधा भेंट कर सम्मानित किया गया. (नीचे भी पढ़ें)
स्वागत भाषण करते हुए प्राचार्य डॉ अमर सिंह ने कहा कि महाविद्यालय में परीक्षा समेत अन्य गतिविधियों के बीच में भी जनकवि जयप्रकाश शर्मा का कार्यक्रम अल्प अवधि के लिये रखने की विवशता थी, लेकिन जनकवि ने काव्य-पाठ के लिए मंच संभाला तो काव्य-पाठ के बीच ही समूचा सभागार श्रोताओं के उत्साह एवं उमंग से उपजी तालियों की गड़गड़ाहट से गुंजायमान हो उठा. भविष्य में जन कवि के एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन महाविद्यालय में किया जाएगा। अपने संक्षिप्त समीक्षात्मक सम्बोधन में हिन्दी विभाग के उपाचार्य डॉ विजय कुमार ने कवि ‘प्रकाश’ की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि जयप्रकाश जन के कवि हैं जो रातों के कवि हैं एवं दिन के उजाले में चमकते हैं. इनकी कविताएं सब के लिए है, सबको जगाने एवं आंदोलित करने के लिए हैं. कार्यक्रम में मंच संचालन डॉ अन्तरा कुमारी तथा धन्यवाद ज्ञापन सहायक प्राध्यापक डॉ स्वाति वत्स ने किया. इस अवसर पर डॉ सुनीता सहाय, डॉ नीता सिन्हा, डॉ संजीव कुमार सिंह, डॉ भूषण कुमार सिंह, डॉ राजीव कुमार, डॉ मंगला श्रीवास्तव, डॉ विजय कुमार, डॉ कृष्णा प्रसाद, बीएड के हेड डॉ राजू ओझा, डॉ भावना शुक्ला, डॉ खुशवंत कौर, इंटर के शिक्षक राजीव दूबे, स्वरूप मिश्रा, सुबोध कुमार, प्रधान सहायक चंदन कुमार, लेखापाल अरशद जमाल, संजय यादव समेत अन्य उपस्थित थे.