जमशेदपुर : करीम सिटी कॉलेज के अंग्रेजी विभाग ने राजनीति विज्ञान विभाग के सहयोग से कॉलेज के सभागार में एक बहुत ही दिलचस्प और ज्ञानवर्धक संगोष्ठी का आयोजन किया. जिसका विषय “कविता लेखन तथा स्मरण लेखन” रहा. इस विशेष सत्र के लिए प्रो अश्वनी कुमार प्रसिद्ध कवि तथा मुंबई के प्रोफेसर एवं डीन स्कूल ऑफ डेवलपमेंट स्टडीज टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज को आमंत्रित किया गया था. आमंत्रित विद्वान प्रोफ़ेसर कुमार ने इस सत्र में कविताओं तथा हमारी यादों का संबंध हमारे व्यवहारिक जीवन से कितना है, इस पर विस्तार पूर्वक अपनी बात रखी. उन्होंने बताया कि कविता केवल शब्दों का मायाजाल नहीं होती बल्कि उसमें हमारे जीवन और हमारे युग की परछाइयां मौजूद होती हैं. (नीचे भी पढ़ें)
इन कविताओं में हमारी समस्याएं भी होती हैं और उन समस्याओं के समाधान भी. कविताएं साहित्य का महत्वपूर्ण अंग होती हैं और साहित्य मार्गदर्शन है. कविताओं में इतना प्रभाव होता है कि वह हमारे मन को परिवर्तित कर देते हैं. उन्होंने कहा कि कविताओं की तरह ही हमारे जीवन की यादें हमारे लिए महत्वपूर्ण है. अतः हमें चाहिए कि हम कविताएं लिखें और पढ़ें और साथ-साथ अपने जीवन की यादों को भी संकलित करें. अंग्रेजी विभाग के अध्यक्ष डॉ एस एम यहिया इब्राहिम ने स्वागत भाषण दिया. महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ मोहम्मद रेयाज ने सभा की अध्यक्षता की. उन्होंने अपने शुभ हाथों से आमंत्रित अतिथि को पुष्प गुच्छ समर्पित कर तथा शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया और महाविद्यालय की तरफ से स्मरण चिन्ह भी प्रस्तुत किया. वहीं कार्यक्रम का संचालन डॉ बासूधरा राय ने किया.