जमशेदपुर : कृषि बिल 2020 के विरोध में कांग्रेस आलाकमान ने शनिवार को गाँव से शहर की ओर कार्यक्रम का आह्वान किया. इसके तहत देशभर में कांग्रेसियों ने गांव से शहर तक पदयात्रा कर कृषि बिल 2020 का विरोध जताया. इधर जमशेदपुर में भी करनडीह से बिष्टुपुर पोस्टल पार्क तक 12 किलोमीटर पदयात्रा कार्यक्रम आयोजित करते हुए भाजपा नीत केंद्र सरकार का पुरजोर विरोध जताया. (नीचे भी पढ़ें)
इस पदयात्रा कार्यक्रम में कांग्रेस के सभी इकाइयों ने शिरकत की. पदयात्रा करनडीह चौक से आरंभ होकर खासमहल चौक, स्टेशन चौक, जुगसलाई कुंपर सिंह चौक, जुगसलाई फाटक व बिष्टुपुर वोल्टाज चौक होते हुए बिष्टुपुर स्थित पोस्टल पार्क पहुंची. वहां पदयात्रा सभा के रूप में तब्दील हो गयी. यहां राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, जिला पर्यवेक्षक बलजीत सिंह बेदी, सुरेंद्र सिंह, जिलाध्यक्ष विजय खां समेत पार्टी के अन्य नेताओं ने सभा को संबोधित किया. (नीचे भी पढ़ें)
बन्ना गुप्ता ने कहा कि अडानी व अंबानी को लाभ पहुंचाने के लिए प्रधानमंत्री हठधर्मिता अपना रहे हैं, जो भाजपा के लिए काफी नुकसानदेह साबित होगा. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के स्वच्छता अभियान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना रहे हैं, लेकिन उनकी आत्मा किसानों व गांवों को आहत कर रहे हैं. किसानों ने आलू उपजाना बंद कर दिया है. यदि किसान खेती नहीं करेंगे, तो देश का विकार रुक जायेगा. उन्होंने कृषि कानून को काला कानून बताते हुए कहा कि इसे जबतक वापस नहीं लिया जायेगा, तब तक आंदोलन जारी रहेगा. (नीचे भी पढ़ें)
जिलाध्यक्ष विजय खां ने कृषि बिल को काला कानून बताते हुए केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने केंद्र सरकार पर किसानों के साथ नाइंसाफी का आरोप लगाया और कहा कृषि बिल के विरोध में सैकड़ों किसानों ने अपने प्राणों की आहुति दे दी, लेकिन केंद्र सरकार किसानों के मामले में गम्भीर नहीं है. उन्होंने पदयात्रा कार्यक्रम को सफल बताते हुए पदयात्रा में शामिल सभी कांग्रेसियों के प्रति आभार प्रकट किया.