जमशेदपुर : कई लोग ऐसे होते है, जो नि:संतान होते है और बच्चे के लिए तरसते है, लेकिन किसी को बच्चा नसीब हो जाता है तो वह नालियों में, कूड़ेदानों में फेंक देता है. ऐसा ही एक और वाक्या रात के अंधेरे में एक मां ने कर दिया. जमशेदपुर के साकची गरमनाला के पास जहां पुलिस की चौकसी होती है, वहां से कुछ दूरी पर स्थित पार्क के एक किनारे झाड़ी से अचानक से लोगों को बच्चे की किलकारी सुनायी देने लगी. बच्चे के रोने की आवाज और उसकी किलकारियां सुनकर लोग उस और दोड़ पड़े और बच्चा कहां है, यह देखने लगे कि अचानक से एक राहगिर को उक्त बच्चे पर नजर पड़ गयी और उसने बच्चे को संभाल लिया.
वह बच्चे को किसी तरह संभाला. बच्चा जिंदा था और वह सुरक्षित भी था क्योंकि उसकी मां ने उसी वक्त उसको फेंक दिया था और भाग गयी थी, जिसको दौड़कर भागते हुए किसी गाड़ी से जाते हुए भी लोगों ने देखा, लेकिन वह सबकी नजरों से ओझल हो गयी और वह वहां से भाग निकली. लेकिन बच्चा बेचारा अपनी मां के लिए तड़पता रहा, बिलखता रहा, रोता रहा, लेकिन उस मां को तरस नहीं आयी.
सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंची और उसको पहले अस्पताल ले जाया गया, जहां बच्चा को स्वस्थ्य पाया गया. बच्चा लड़का है और वह अब तक सुरक्षित है. बच्चा किसके पास रहेगा, कैसे रहेगा और उसके मां बाप कौन है, इसकी तलाश और योजना पुलिस जिला प्रशासन के साथ मिलकर बनाने में लगी है.