जमशेदपुर : जमशेदपुर के डीसी ऑफिस में आंदोलन का सिलसिला जारी है. यहां लोग लगातार आंदोलन करते नजर आये. इसके तहत विभिन्न गुटों में लोगों ने अलग-अलग अपनी मांगों को लेकर जमशेदपुर के उपायुक्त को ज्ञापन सौंपने के लिए पहुंचे.
इ-रिक्शा वालों ने मांगी चलाने की इजाजत
ऑटो चालकों की तर्ज पर अब जमशेदपुर में लॉकडाउन के दौरान ई रिक्शा चालकों ने अपना संगठन बना जमशेदपुर के उपायुक्त रविशंकर शुक्ला से अपने लिए स्थाई स्टैंड और लॉकडाउन के दौर का भत्ता दिए जाने की मांग की है. इनका एक प्रतिनिधिमंडल आज जिले के उपायुक्त से मिलकर एक मांगपत्र सौंपा. सौंपे गए ज्ञापन के माध्मय से इन्होंने जिले के उपायुक्त से अपने लिए स्थाई स्टैंड और लॉकडाउन के दौरान उत्पन्न हालात को देखते हुए भत्ता दिए जाने की मांग की है. उन्होंने कहा है कि स्थाई स्टैंड नहीं होने की वजह से उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. साथ ही लॉकडाउन के दौरान इनकी स्थिति काफी दयनीय हो गई है.
टाटा मोटर्स के कांवाई चालकों का आंदोलन जारी
टाटा मोटर्स के कन्वाई चालक अपनी मांग को लेकर लगातार आंदोलन पर है, लेकिन अब तक इनकी मांगों पर कंपनी प्रबंधन ने कोई ध्यान नहीं दिया है. अब तो कंपनी ने न्यूनतम मजदूरी देने पर भी इंकार कर दिया है. लॉकडाउन के कारण कन्वाई चालक दाने-दाने को मोहताज हैं. हालांकि पिछले दिनों अपनी मांगों को लेकर कन्वाई चालकों ने टाटा मोटर्स कंपनी गेट पर प्रदर्शन भी किया उसके बाद उपायुक्त कार्यालय और डीएलसी कार्यालय पर प्रदर्शन किया, लेकिन अब तक कोई नतीजा सामने नहीं आया है. वहीं एक बार फिर न्यूनतम मजदूरी की मांग को लेकर आंदोलित चालकों ने उपायुक्त के नाम एक पत्र लिखा है. आपको याद दिला दें कि टाटा मोटर्स कंपनी 50 साल पहले की न्यूनतम मजदूरी आज भी कन्वाई चालकों को दे रही है, और इसी का विरोध लगातार कन्वाई चालक कर रहे है.
कांग्रेसी प्राइवेट नर्सिंग होम व स्कूलों के खिलाफ डीसी ऑफिस पहुंचे
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हाजी फिरोज खान के नेतृत्व में जमशेदपुर डीसी ऑफिस में कांग्रेसियों ने प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के बाद इन लोगों ने डीसी को दो सूत्री मांग पत्र सौंपा. इस मांग पत्र के माध्यम से इन लोगों ने मांग की कि जमशेदपुर में स्कूल बंद होने के बाद भी बच्चों से फीस मांग रहे हैं, जो गलत है. फीस को पूरी तरह माफ किया जाना चाहिए क्योंकि स्कूल नहीं चल रहा है. स्कूल वाले टीचरों का पैसा नहीं दे रहे है. स्कूलों में खर्च नहीं हो रही है और ऊपर से पैसे भी अभिभावकों से मांग रहे है, जो गलत है. इसके अलावा इन लोगों ने मांग की कि जितने भी प्राइवेट नर्सिंग होम जमशेदपुर में है, जो भी मरीज इलाज के लिए जा रहा है उनसे पहले कोरोना टेस्ट के नाम पर 4600 रुपये जमा कराते हैं, उसके बाद उसका इलाज चालू करते हैं. ऐसा करना गलत है. कोरोना टेस्ट को फ्री किया जाना चाहिए. ऐसा दबाव बनाने वाले नर्सिंग होम का लाइसेंस को रद्द किया जाए. इन लोगों द्वारा गरीबों का दोहन किया जा रहा है. डीसी ऑफिस में प्रदर्शन में फिरोज आलम, बसर खान, विपिन शर्मा, ज्ञान प्रसाद, राकेश साहू, रफीक चित्रकार, तनवीर अहमद, ताजू, मुन्ना मिश्रा, बलदेव सिंह और भी कई कार्यकर्ता मौजूद थे.
भाजपा के लोग डीसी ऑफिस गोविंदपुर के पानी को लेकर पहुंचे
भाजपा के लोग डीसी ऑफिस में गोविंदपुर के पानी की समस्या को लेकर पहुंचे. भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल डीसी ऑफिस पहुंचकर आंदोलन किया. इन लोगों ने मांग की कि गोविंदपुर में पानी की समस्या बनी हुई है. गोविंदपुर जलापूर्ति योजना को भी धरातल पर नहीं उतारा जा रहा है, जो आपत्तिजनक बात है. ऐसे में गोविंदपुर के लोग पानी के लिए तरस रहे है. इन लोगों ने डीसी को एक ज्ञापन भी सौंपा.