Jamshedpur : पूरे देश में जनसंख्या के अनुपात में हमारे शहर के रक्तदान जागरुकता का मुकाबला देश का कोई शहर नहीं कर सकता, कोरोना के इस काल में भी जमशेदपुरवासियों ने बताया कि वे दूसरों को जीवन देने के लिए हर बाधा लांघ कर रक्तदान करने आ सकते हैं, लेकिन आज जब प्लाज्मा की जरूरत आ पड़ी है तो हम पीछे कैसे रह सकते हैं। जिला के उपायुक्त सह अध्यक्ष सूरज कुमार ने बुधवार को एक मार्मिक अपील जारी करते हुए कहा कि जिस तरह जमशेदपुर का नाम रक्तदान के क्षेत्र में अव्वल है हमें प्लाज्मा डोनेशन के मामले में अपने इस नाम को बचाना है।
उन्होने कहा कि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद द्वारा स्वीकृत प्लाज्मा विधि से कोरोना से जूझ रहे मरीजों में हम वैसे लोगों का प्लाज्मा दे सकते हैं, जो कोरोना को अपने आत्मबल और शारीरिक क्षमता से हरा चुके हैं। ऐसे व्यक्तियों के शरीर का प्लाज्मा जिसमें कोरोना को हराने की एन्टीबॉडी होती है, वह कोरोना से लड़ रहे मरीजों के इलाज में वर्तमान समय में एक स्वीकृत पद्धति है।
उन्होने कहा कि इस जिला के वे सभी नागरिक अब इस जिले की शान को बढा सकते हैं, जिन्होने कोरोना को मात दिया है, वे सभी आकर जमशेदपुर ब्लड बैंक में अपना टेस्ट कराएं, जिनके प्लाज्मा में पर्याप्त मात्रा में कोरोना के खिलाफ एन्टीबॉडी पायी जायेगी, उनका प्लाज्मा लिया जायेगा, जिससे किसी की जिन्दगी बचेगी। यह पूरी तरह से सुरक्षित प्रक्रिया है, जिसमें रक्त से सिर्फ स्वीकृत मात्रा में प्लाज्मा लिया जाता है।