
जमशेदपुर : जमशेदपुर के साकची थाना प्रभारी पर आरोप लगा है कि उन्होंने सरायकेला के कपाली स्थित रहमत नगर निवासी एसके मकबूल के शव को लावारिस घोषित कर निपटारा करा दिया। इसकी सूचना परिजनों को नहीं दी। इस मामले में एसके मकबूल की पत्नी अंजुम आरा ने बुधवार को एसएसपी से मिल कर शिकायत की है। एसएसपी ने इस मामले में जांच का आश्वासन दिया है। अंजुम आरा ने बताया कि उनके पति 27 सितंबर को 6:30 बजे एमजीएम अस्पताल में भर्ती हुए थे। भर्ती के समय उन्होंने एडमिशन पेपर पर अपना नाम पता और मोबाइल अंकित करा दिया था। एसके मकबूल ने अपना धतकीडीह के बी ब्लॉक वाला एड्रेस एमजीएम अस्पताल में लिखाया था। (नीचे भी पढ़ें व वीडियो देखें)

उन्होंने बताया है कि 28 सितंबर की सुबह 4:15 बजे उनका निधन हो गया। एमजीएम अस्पताल की तरफ से साकची थाना को इसकी सूचना दी गई। थाना प्रभारी ने बिना जांच पड़ताल के शव को लावारिस घोषित कर दिया। 12 अक्टूबर तक एमजीएम अस्पताल की मर्चरी में मकबूल की लाश रखी रही। उसके बाद 12-13 अक्टूबर को शव का पोस्टमार्टम कराया गया और साकची पुलिस ने शव का निपटारा कर दिया। परिजन केएस मकबूल को ढूंढते रहे। बाद में एमजीएम अस्पताल से पता चला कि उनकी मृत्यु हो गई है, साथ ही साकची थाना से संपर्क करने की सलाह दी गयी। शव का अंतिम संस्कार किया गया या दाह संस्कार हुआ, इस बारे में साकची थाना प्रभारी परिजनों को सूचना नहीं दे रहे हैं। अंतिम संस्कार किया गया तो अंतिम संस्कार कहां किया गया। किस कब्रिस्तान में किया गया। इसकी भी जानकारी नहीं दी जा रही है। इसी पर अंजुम आरा ने मामले की शिकायत एसएसपी से की है और जांच की मांग की है।