जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम जिला परिषद् अध्यक्ष बारी मुर्मू मंगलवार को त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधि संघर्ष समिति के बैनर तले जमशेदपुर उपायुक्त कार्यालय पर एक दिवसीय धरने पर बैठीं. उपायुक्त की उपेक्षा के खिलाफ आयोजित धरने में पूरे राज्य से आये जिला परिषद् अध्यक्ष भी उनके साथ धरने पर बैठे. इस दौरान जिला परिषद् उपाध्यक्ष बारी मुर्मू ने उपायुक्त के माध्यम से राज्यपाल को एक पत्र भी सौंपा जिसमें जिला परिषदों के उनके सारे अधिकार सौंपे जाने सहित अन्य मांगें भी रखी गयी हैं. (नीचे भी पढ़ें)
जमशेदपुर जिला परिषद् अध्यक्ष बारी मुर्मू ने अपने पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत आज जमशेदपुर उपायुक्त कार्यालय के समक्ष एक दिवसीय धरना दिया, इसमें राज्य के विभिन्न जिलों से आये जिला परिषद् अध्यक्ष एवं अन्य जन प्रतिनिधि भी उनके साथ धरने पर बैठे. जिला परिषद् अध्यक्ष बारी मुर्मू ने इस दौरान उपायुक्त के माध्यम से राज्यपाल को एक पत्र भी सौंपा जिसमें जिला परिषदों एवं पंचायती राज व्यवस्था के तहत निर्वाचित जन प्रतिनिधियों को उनके सारे अधिकार सौंपे जाने की मांग की गयी है. (नीचे भी पढ़ें)
बारी मुर्मू ने कहा है कि पंचायती राज के तहत आनेवाले कुल 29 विभागों के विकास कार्य जमशेदपुर की उपायुक्त के उदासीन रवैये के कारण ठप पड़े हैं. उन्होंने कहा कि जनता ने उन्हें जनहित के कार्य करने के लिए चुन कर भेजा है, लेकिन प्रखंड स्तर से लेकर जिला स्तर तक के अधिकारी इन जन प्रतिनिधियों की एक नहीं सुन रहे हैं. इस बीच गांवों के विकास के कार्य ठप हैं. उन्होंने राज्यपाल से इस ओर ध्यान देते हुए उन्हें उनके अधिकार दिलाने की मांग की है. इसके अलावा पत्र में जिला परिषद् अध्यक्षों सहित पंचायती राज व्यवस्था के तहत चुन कर आनेवाले सभी जन प्रतिनिधियों के मानदेय में बढ़ोतरी सहित अन्य मांगें भी शामिल हैं.