
जमशेदपुर : मानगो विकास समिति ने जमशेदपुर खासकर मानगो में युवाओं में बढ़ रहे नशे की लत के प्रति चिंता जाहिर की है तथा नशे के अभ्यस्त युवाओं के रूप में परिवार समाज और राष्ट्र के बर्बाद हो रहे भविष्य को बचाने के लिए मुहिम छेड़ने का ऐलान किया है। समिति के अध्यक्ष ओंकार नाथ सिंह ने बताया कि 12-15 वर्ष के किशोर आसानी से नशे की चपेट में आकर अपना भविष्य बर्बाद कर रहे हैं तथा परिवार, समाज, राज्य और राष्ट्र पर एक बड़ा बोझ बनते जा रहे हैं। इसका प्रधान कारण है नशीले पदार्थों का आसानी से उपलब्ध हो जाना। गांजा, सिगरेट, ब्राउन शिगर, डैंड्राइट आदि हर चौक-चौराहे पर उपलब्ध है। कहने को तो इनकी बिक्री प्रतिबंधित है, पर सच्चाई यह है कि आज भी यह व्यवसाय के रूप में चल रहा है। पुलिस प्रशासन को इसकी जानकारी नहीं है, ऐसी बात भी नहीं है। सच तो यह है कि मादक पदार्थों का व्यापार करने वाले और पुलिस की मिलीभगत से यह धंधा बदस्तूर जारी है। मादक पदार्थों का व्यापार करने वालों का रैकेट इतना मजबूत है कि यदि कोई ईमानदार अफसर कार्रवाई भी करने की सोचता है तो ख़बर पहले ही लीक हो जाती है और ये साफ बचकर निकल जाते हैं। आम लोगों को भी मादक पदार्थों की बिक्री करने वालों के विषय में ज्ञात है, पर भय से कोई आवाज़ नहीं उठाता। अपरिपक्व होने के कारण युवा इसमें फंसते जा रहे हैं। समिति जिले के वरीय पुलिस अधीक्षक, पुलिस अधीक्षक नगर व सभी थाना प्रभारी से मिलकर ज्ञापन सौंपेगी तथा मांग करेगी कि साइबर सेल की तरह नारकोटिक्स नियंत्रण कक्ष गठित कर टॉल फ्री नंबर/ हेल्पलाइन नंबर जारी किया जाये तथा सूचना देने वालों की पहचान गुप्त रखी जाये। राज्य के मुख्यमंत्री व उत्पाद व मद्य निषेध विभाग के मंत्री को ट्विट कर यह जानकारी दी जा चुकी है। अगली कड़ी के रूप में जिले और क्षेत्र के प्रशासनिक पदाधिकारी से मिलकर इस अभियान को गति देने का कार्यक्रम चलेगा। समिति ने आम जनता से अपील की है कि यदि उनके क्षेत्र में मादक पदार्थों की बिक्री होती है तो निकटस्थ थाना या समिति को सूचित करें। सूचना देनेवाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी।