जमशेदपुर : जमशेदपुर में दुर्गा पूजा के दौरान महाभोग के वितरण पर लगी रोक के बीच कई सारे होटलों द्वारा महाभोग का कारोबार शुरू कर दिया गया था. 250 रुपये में लोगों को भोग देने को लेकर प्रचार शुरू कर दिया गया था और दो दिनों में इसका कारोबार भी किया गया. इसका खुलासा होने के बाद शनिवार को हिंदूवादी संगठनों के लोग एक्टिव हुए. हिंदूवादी संगठनों के नेता रवि सिंह, समरेश सिंह समेत तमाम नेताओं का दल बिष्टुपुर स्थित होटल नटराज पहुंचे और वहां के प्रबंधन को सख्त चेतावनी दी कि इस तरह के काराबोर को बंद करें नहीं तो फिर इसका नतीजा भुगतने को तैयार रहे. हिन्दू उत्सव समिति एवं धर्म सेना ने संयुक्त रुप ने आंदोलन किया.
\इस दौरान धार्मिक आस्था के साथ खिलवाड़ करने पर रोक लगाने के लिए कड़ी चेतावनी भी दी गयी. इस दौरान यह भी चेताया गया कि अगर कारोबार हुआ तो फिर कानून को वे लोग हाथ में लेकर तोड़फोड़ भी कर सकते है. इस चेतावनी और हिंदूवादी संगठनों के बढ़ते बवाल के बीच होटल मालिकों ने भोग का कारोबार करने से इनकार किया है. हालांकि, यह सारा कुछ मौखिक घोषणा है. भोग का बिक्री होगा या नहीं, यह तो महानवमी यानी रविवार को ही देखने को मिल सकेगा. इस आंदोलन में हिन्दू उत्सव समिति के अध्यक्ष और धर्म जागरण समन्वय के विभाग संयोजक रवि सिंह, उपाध्यक्ष समरेश सिंह, शशि यादव, मंत्री राणा प्रताप सिंह, मीडिया प्रभारी शशि सिंह, आदित्यपुर अध्यक्ष अभिमन्यु सिंह, वरुण कुमार, कौशल झा, अभिषेक सिंह, आनंद सोनकर सहित दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित थे.
फिलहाल, इसको लेकर माहौल गर्माया हुआ है और लोगों में गुस्सा है कि पूजा कमेटियों पर जब रोक लगी तो भोग के नाम पर कैसे कोई कारोबार किया जा सकता है. वैसे इस मामले को लेकर जिला प्रशासन को ही एक्शन लेना चाहिए था, लेकिन इसको लेकर प्रशासन की ओर से कोई कदम नहीं उठाया गया, जिस कारण इस तरह के हालात उत्पन्न हुआ है. यह सरकार के गाइडलाइन का भी उल्लंघन है, जिस कारण इसकी अवहेलना करने वाले होटल मालिकों पर भी मुकदमा करने की जरूरत है ताकि ऐसे तत्वों पर नकेल कसा जा सके.
आपको बता दें कि झारखंड सरकार ने दुर्गा पूजा को लेकर गाइडलाइन जारी कर रखा है. इस गाइडलाइन के मुताबिक, यह कहा गया है कि भोग का वितरण नहीं करना है. प्रसाद का भी वितरण नहीं किया जाना है. 15 से ज्यादा लोग पंडालों में नहीं रह सकते है तो कई सारे और आदेश जारी किये गये है, लेकिन नियमों का अवहेलना कर इस तरह का कदम उठाना जाना आपत्तिजनक बात है.
इधर, बिष्टुपुर के बोन एपेटाइट के मालिक अंकित सरिया ने सार्वजनिक रुप से माफी मांगी है. मां दुर्गा के नाम पर भोग के वितरण का विरोध और जनता की भावना का ख्याल रखते हुए श्री सरिया ने माफी मांगा है और कहा है कि इस तरह का भोग वितरण वे लोग नहीं करेंगे. हिन्दू उत्सव समिति एवं धर्म सेना ने संयुक्त रुप से इसका विरोध किया जिसके बाद बोन एपेटाइट के मालिक अंकित सरिया ने सार्वजनिक रुप से माफी मांगी.