जमशेदपुर : जमशेदपुर में पिछले दो दिनों से दुर्गा पूजा को लेकर चल रहा विवाद का समापन महादशमी के दिन हो गया. आपको बता दें कि महाअष्टमी के दिन जमशेदपुर के डीसी सूरज कुमार खुद जमशेदपुर के साकची काशीडीह दुर्गा पूजा मंदिर पहुंच गये थे, जहां प्रसाद का वितरण को रोक दिया था, जिसके बाद से विवाद बढ़ गया था. मंदिर और पूजा कमेटी के संरक्षक अभय सिंह और डीसी के बीच लंबी बहस हो गयी थी. इसके अलावा कदमा रंकिणी मंदिर में भी एसडीओ ने दबिश दी थी जबकि कई पूजा पंडालों में भी दबाव बनाया गया था. इसके खिलाफ पूजा कमेटियों ने तय किया था कि जब तक जिला प्रशासन के सक्षम अधिकारी पूजा कमेटी के लोगों से माफी नहीं मांगते है तब तक वे लोग विसर्जन नहीं करेंगे. (नीचे देखे पूरी खबर और वीडियो)
शुक्रवार को इसको लेकर काफी हंगामा होता रहा. शुक्रवार को जिला प्रशासन के खिलाफ पूजा कमेटी के सारे लोग जमशेदपुर के मुख्य साकची गोलचक्कर पर धरना देने जाने वाले थे. इस बीच माहौल को बिगड़ता देख, जमशेदपुर के डीसी सूरज कुमार के दूत बनकर एडीएम लॉ एंड ऑर्डर एनके लाल खुद काशीडीह दुर्गा पूजा पंडाल पहुंचे और पूजा कमेटियों के अलावा केंद्रीय दुर्गा पूजा कमेटियों के साथ बातचीत की. जिला प्रशासन ने साफ तौर पर कहा कि उनका मकसद या डीसी सूरज कुमार का मकसद किसी की भावना को ठेंस पहुंचाना नहीं है बल्कि जानलेवा कोरोना से बचाने का है. इसको लेकर जो भी कंफ्यूजन था, उसको दूर क दिया जाये और सामाजिक सौहार्द के साथ विसर्जन किया जाये. यह संभव हो कि कोई चूक हो गयी हो या समझने में दिक्कत हुई हो, जिसको लेकर अब कोई भी विवाद का विषय बनाना ठीक नहीं है. कोरोना को हराना मकसद है और इस लड़ाई में सारे लोग साथ दें. विसर्जन को सुचारु रुप से कोविड के गाइडलाइन का पालन करते हुए शांतिपूर्वक किया जाये. (नीचे देखे वीडियो और पूरी खबर और तस्वीरें)
इस दौरान प्रशासनिक पदाधिकारियों के समक्ष सारे पूजा कमेटियों ने अपना भड़ास निकाला और कहा कि हिंदूओं को इतना कमजोर समझने की भूल नहीं की जाये कि मंदिरों में जाकर इस तरह का कोई कार्रवाई शुरू कर दी जाये और सारे लोग देखते रहेंगे. इस दौरान दोनों ओर से काफी सदभावनापूर्ण वातावरण में बातचीत हुई और सार्वजनिक तौर पर प्रशासन ने कहा कि अब जो कंफ्यूजन हुआ था, वह दूर किया जाये और विसर्जन किया जाये. इसके बाद सारी पूजा कमेटी के लोगों ने तय किया है कि वे लोग विसर्जन करेंगे. इसके बाद माहौल शांत हो चुका है और अब बिना किसी तामझाम के कोविड के गाइडलाइन के बीच विसर्जन शुरू होगा. वैसे इस मामले में राज्य के स्वास्थ्य एवं आपदा मंत्री बन्ना गुप्ता ने भी सरकार की ओर से जिला प्रशासन की कार्रवाई को लेकर माफी मांगी थी, लेकिन इसको पूजा कमेटियों ने नाकाफी बता दिया था और कहा था कि जिला प्रशासन ने ऐसा कदम उठाया है और जिला प्रशासन को ही माफी मांगनी होगी. इसके बाद जिला प्रशासन के अधिकारी वार्ता के लिए आये और कंफ्यूजन को दूर कर मामले को शांत कराया. (नीचे देखे वार्ता से जुड़ी तस्वीरें)