जमशेदपुर : मोहर्रम में इमाम हुसैन व उनके असहाब की शहादत से शुरू हुए गम के दिन रविवार को खत्म हो गए. रविवार को आठ रबी उल अव्वल के हवाले से मानगो में ज़ाकिर नगर स्थित इमामबारगाह में इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की शहादत के गम के सिलसिले की आखिरी मजलिस आयोजित हुई. इस मजलिस को मौलाना सादिक अली ने खिताब फरमाया. मजलिस का संचालन मस्जिद ए जाफरिया के पेशेइमाम मौलाना जकी हैदर ने किया. (नीचे भी पढ़ें)
मजलिस में मौलाना सादिक अली ने मजलिस में पढ़ा कि इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम और उनके साथियों की शहादत के बाद महिलाओं और बच्चों को कैद कर लिया था. जब इन महिलाओं और बच्चों को कैद से रिहाई मिली तो यह काफिला सीरिया से मदीना पहुंचा तो मदीने वाले काफिले को देखकर रोने लगे. सब ने इमाम हुसैन और बनी हाशिम के जवानों के बारे में पूछा. मजलिस के बाद अमारी निकली, जिसकी अजादारों ने जियारत की. अलम मुबारक और इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम का ताबूत भी बरामद हुआ. मजलिस के बाद नौहाखानी और सीनाजनी भी की गई. नौ रबी उल अव्वल को ईद ए जहरा का पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा. सोमवार की रात इमामबारगाह में महफिल का आयोजन किया जाएगा.