जमशेदपुर : देश में जहां हिंदू-मुसलिम-सिख-ईसाई के झगड़े और विवाद फैलाने की कोशिश हो रही है. इस पर राजनीति हो रही है, वहीं जमशेदपुर के ईसाई शैक्षणिक संस्थान यानी जेसुइट द्वारा संचालित जमशेदपुर के लोयोला स्कूल में एक क्रांतिकारी कदम उठाया गया. इसके तहत जमशेदपुर के लोयोला स्कूल में नवरात्रि के दौरान बच्चों के बीच क्लासरुम में मां दुर्गा का चंडीपाठ कराया गया. लोयोला स्कूल ईसाई समुदायों के द्वारा संचालित होती है. ईसाई समुदाय के जेसुइट संस्थान के अंतर्गत इस स्कूल का संचालन होता है. सामाजिक और सांप्रदायिक सौहार्द का एक बड़ा नमूना पेश करते हुए इस स्कूल के बच्चों को क्लास रुम में चंडीपाठ कराया गया. लोयोला स्कूल के प्राचार्य फादर पायस की देखरेख में ही इसका संचालन हुआ. वर्तमान में कोरोना के नियमों के तहत स्कूल में कक्षा 6 से लेकर कक्षा 12वीं तक की पढ़ाई करायी जा रही है. इसके तहत ही लोयोला स्कूल में क्लास संचालित हो रहे है. बताया जाता है कि बच्चों को पहले चंडीपाठ करने के लिए प्रैक्टिस करके आने को कहा गया और एसेंबली तो अभी नहीं हो रहा है, लेकिन क्लासरुम में जब सारे बच्चे मौजूद थे तो सभी क्लास रुम में चंडीपाठ कराया गया. बच्चों ने बकायदा शंख भी बचाये और चंडीपाठ भी करते हुए मां दुर्गा की अराधना की. पहले चंडीपाठ हुआ और फिर बच्चों के क्लास में पढ़ाई शुरू हुई. यह एक चर्चा का विषय है क्योंकि एक ईसाई मिशनरी द्वारा संचालित स्कूल में चंडीपाठ कराना बड़ी बात है और एक सराहनीय कदम भी है.