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Jamshedpur : ओड़िशा के भुवनेश्वर में जमशेदपुर के  गीतकार, लेखक व गीता के बहुभाषीय भाष्यकार माधव पांडेय “निर्मल” की दो अलग- अलग भाषओं में नव प्रकाशित पुस्तकों का राज्यपाल डॉ गणेशी लाल ने किया लोकार्पण

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जमशेदपुर : ओड़िशा के भुवनेश्वर स्थित अरिहंत भवन सभागार में श्री परशुराम मित्र मण्डल भुवनेश्वर के सौजन्य से आयोजित मिलन समारोह में जमशेदपुर के प्रसिद्ध गीतकार- लेखक एवं गीता के बहुभाषीय भाष्यकार माधव पांडेय “निर्मल” द्वारा रचित गीता के दो अलग- अलग भाषओं नव प्रकाशित पुस्तकों का राज्यपाल डॉ. गणेशी लाल ने लोकार्पण किया.
राज्यपाल ने माधव पांडेय निर्मल द्वारा अनुवादित हिंदी में “निर्मल गीतामृत” का “संगीत में बान्हल भोजपुरी में गीता” और अंग्रेजी में “भगवद्गीता दि होली कन्फ्लुएंस” पुस्तक लोकार्पण के साथ ही उनके रचनाकार निर्मल पांडेय को शॉल ओढ़ाकर और भगवान परशुराम की भव्य तस्वीर प्रदान कर सम्मानित किया. समारोह में भुवनेश्वर, कटक तथा जगन्नाथपुरी के उड़िया- हिन्दी के कवियों- साहित्यकारों तथा विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिष्ठित नागरिकों की गरिमामयी उपस्थिति में राज्यपाल ने अपने सम्बोधन में भगवान परशुराम, ब्राह्मण और भगवद्गीता की महिमा पर प्रकाश डाला. इसके साथ ही उन्होंने तीन- तीन भाषाओं हिन्दी, भोजपुरी और अंग्रेजी में गीता के अनुपम संगीतबद्ध  अनुवाद कार्य के लिए रचनाकार निर्मल पांडेय की प्रशंसा की. कार्यक्रम के आयोजन में संस्था के अध्यक्ष एसके शर्मा, उपाध्यक्ष जगदीश मिश्रा और कवि- साहित्यकार किशन जी खण्डेलवाल का विशेष योगदान रहा. समारोह करीब 500 साहित्यकारों ने शिरकत की.
कौन हैं माधव पांडेय “निर्मल”
माधव पांडेय टाटा स्टील के सेवानिवृत्त अधिकारी हैं. टाटा स्टील में रहते उन्होंने साहित्य और संगीत के क्षेत्र में अनेक उपलब्धियां हासिल की, जो सेवानिवृत्ति के बाद अनवरत जारी है. गीता के अनुवाद पर उन्होंने विशेष कार्य किया. भोजपुरी में संगीत के माध्यम से गीता का अनुवाद अपने आप में एक अनूठी कृति है. फिलहाल वे आदित्यपुर कल्पनापुरी में रहते हैं साहित्य जगत में उनकी अलग पहचान है.

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