Jamshedpur : शहर में बीते दिनों गोलमुरी के हिंदू बस्ती निवासी मो नौशाद की मौत के मामले में रविवार को मृतक की पत्नी शबाना परवीन समेत अन्य लोगों ने गोलमुरी थाना और बर्मामाइंस थाना प्रभारी पर हत्या का आरोप लगाते हुए एसएसपी को एक ज्ञापन सौपा. साथ ही मामले में दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की. ज्ञापन के माध्यम से शबाना ने एसएसपी को बताया है कि 10 अगस्त को कुछ पुलिसकर्मी उनके घर में आचानक घुस आए, जिनमें एक ने खुद को गोलमुरी तथा दूसरे ने बर्मामाइंस का थाना प्रभारी बताया. इनके साथ 8-10 पुलिस कर्मी भी मौजूद थे. सभी नौशाद को घर से उठाकर ले गए. जब वह बर्मामाइंस थाना पहुंची तो नौशाद वहां चित अवस्था में पड़ा हुआ था. इतने में ही पुलिस के जवान उसे अंदर ले गए. बाद में उसे किसी पुलिस अधिकारी ने फोन कर बताया कि नौशाद की तबीयत खराब हो गई है. उसे इलाज के लिए एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
शबाना ने बताया है कि जब वह एमजीएम अस्पताल पहुंची तो देखा कि नौशाद के शरीर में मारपीट के निशान हैं और उसकी नाक से खून भी निकल रहा था. उसे बेहतर इलाज के लिए टीएमएच में भर्ती कराया गया, पर टीएमएच प्रबंधन ने इलाज करने से मना कर दिया. बाद में उसे इलाज के लिए फिर से एमजीएम में भर्ती कराया गया. 21 अगस्त को नौशाद की मौत हो गई. शबाना अपने पति की मौत का जिम्मेदार गोलमुरी थाना प्रभारी और बर्मामाइंस थाना प्रभारी को ठहरा रही है. शबाना इन सभी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग कर रही है. एसएसपी के अलावा शबाना ने उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश, झारखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, राज्य मानवाधिकार आयोग, झारखंड के मुख्यमंत्री और झारखंड के पुलिस महानिदेशक को भी पत्र लिख कर कार्रवाई की मांग की है.