
महिला प्रेम और त्याग की प्रतिमूर्ति: वर्षा सिंह


जमशेदपुर: अंतरराष्टरीय महिला दिवस पर शहर की युवतियों ने अपनी राय को साझा किया और इसके बारे में बताया. उनका कहना है कि 8 मार्च को इंटरनेशनल वुमेन्स डे के दिन पूरे विश्व में अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. इस दिन महिलाओं के प्रेम, त्याग, आत्मविश्वास और समाज के प्रति उनके बलिदान के लिए उनके प्रति सम्मान प्रदर्शित किया जाता है.
खुश रहने का अधिकार नहीं मुझे, क्योंकि मैं एक औरत हूं..
अपनी मर्जी से जीने का हक नहीं मुझे, क्योंकि मैं एक औरत हूं…
खुश रहने के लिए एक पल के लिए आसमान में उड़ती हूं,
वही दूसरे पल में पंख काट दिए जाते हैं, क्योंकि एक औरत हूं मैं…
तब बड़ा समझकर झुक जाती हूं, क्योंकि एक औरत हूं मैं…
महिलाएं ही समाज की सुपर हीरो: नीलू कुमारी

नारी है तो नर हैहमारी असली सुपर हीरो महिलाएं हैं. महिला का योगदान हर जगह है बिना महिला के योगदान देश में एक सुंदर समाज की कल्पना करना व्यर्थ है. हमारे भारतीय संस्कृति में नारी की पूजा की जाती है. किंतु वर्तमान में नारी का अपमान होता चल रहा है.
आज की नारी किसी भी क्षेत्र में किसी से कम नहीं है चाहे वह रफाल विमान उड़ाने की बात हो या “देश का बजट” पेश करने की नारी हर क्षेत्र में आगे हैं. अंतता महिलाएं परिवार बनाती है. परिवार घर बनाता है. घर समाज बनाता है. और समाज ही देश बनाता है. हमारे भारत की महिलाएं देश का नाम देश विदेश में रोशन कर रही है. हमें गर्व है हमारे देश पर और हमारे देश की महिलाओं पर.
समाज में भी महिलाओं को मिले समान अधिकार: आरती कुमारी

दुनियाभर में 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है।भारत में दैविक काल से नारी की पूजा की जाती है. वेदों में इसका वर्णन किया गया है. महिलाओं के योगदान, सम्मान और अधिकारों को दुनिया के सामने लाने और उन्हें खुद जागरूक करने के वास्ते हर साल 8 मार्च को दुनियाभर में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है. महिलाएं आज किसी भी चीज में पीछे नहीं. दुनिया के हर क्षेत्र में महिलाओं का योगदान बराबर रहा है. आज महिलाएं घर को संभालने के साथ-साथ प्लेन तथा रॉकेट भी उड़ा रही हैं , समाज में महिलाओं महिलाओं को बराबर नजर से देखनी चाहिए.